"अमीर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('सल्तनत काल में सल्तनत के सभी प्रभावशाली पदों पर नि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 12: पंक्ति 12:
  
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
+
{{सल्तनतकालीन प्रशासन}}
[[Category:नया पन्ना सितंबर-2011]]
+
[[Category:इतिहास कोश]]
 
+
[[Category:दिल्ली सल्तनत]]
 +
[[Category:प्राचीन शासन-प्रशासन]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
__NOTOC__

13:45, 10 सितम्बर 2011 का अवतरण

सल्तनत काल में सल्तनत के सभी प्रभावशाली पदों पर नियुक्त व्यक्तियों की सामान्य संज्ञा अमीर थी। अमीरों का प्रभाव सुल्तान पर होता था। सुल्तान को शासन करने के लिए अमीरों को अपने अनूकूल किये रहना आवश्यक होता था। अमीरों का प्रभाव उस समय बढ़ जाता था, जब सुल्तान अयोग्य, निर्बल या अल्पव्यस्क हो। वैसे बलबन और अलाउद्दीन ख़िलजी के समय में अमीर प्रभावहीन हो गये थे।

प्रायः नये राजवंश के सत्ता में आने पर पुराने अमीरों को या तो मार दिया जाता था या फिर उन्हें छोटे पद दे दिये जाते थे। मुहम्मद तुग़लक़ के काल में हुए विद्रोह में अमीरों का सर्वाधिक योगदान था। इसलिए उसने पुराने अमीरों को कमज़ोर करने की दृष्टि से मिश्रित जनजातीय अधिकार पर पदाधिकारियों की एक नई व्यवस्था स्थापित की। अमीरों का प्रशासन में महत्त्वपूर्ण योगदान होता था। लोदी वंश के शासन काल मे अमीरों का महत्त्व अपने चरमोत्कर्ष पर था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख