"वरदराज पेरुमल मंदिर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
  
 
'''वरदराज पेरुमल मंदिर''' [[तमिलनाडु]] राज्य के [[कांचीपुरम]] शहर में स्थित [[विष्णु|भगवान विष्णु]] को समर्पित है।  
 
'''वरदराज पेरुमल मंदिर''' [[तमिलनाडु]] राज्य के [[कांचीपुरम]] शहर में स्थित [[विष्णु|भगवान विष्णु]] को समर्पित है।  
*वरदराज पेरुमल मंदिर को सन 1053 में [[चोल|चोलों]] ने बनवाया था।
+
*सन 1053 में [[चोल|चोलों]] ने वरदराज पेरुमल मंदिर को बनवाया था।
*वरदराज पेरुमल मंदिर का पुनरुद्धार  [[कुलोत्तुंग प्रथम]] और [[विक्रम चोल]] ने करवाया था।
+
*[[कुलोत्तुंग प्रथम]] और [[विक्रम चोल]] ने इस मंदिर का पुनरुद्धार करवाया था।
 
*वरदराज पेरुमल मंदिर में भगवान विष्णु को देवराजस्वामी के रूप में पूजा जाता है।  
 
*वरदराज पेरुमल मंदिर में भगवान विष्णु को देवराजस्वामी के रूप में पूजा जाता है।  
 
*भव्य और विशालकाय वरदराज पेरुमल मंदिर कारीगरों की कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।  
 
*भव्य और विशालकाय वरदराज पेरुमल मंदिर कारीगरों की कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।  

08:04, 24 मई 2012 के समय का अवतरण

वरदराज पेरुमल मंदिर
वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम
वर्णन वरदराज पेरुमल मंदिर तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम शहर में स्थित है।
स्थान कांचीपुरम
निर्माता चोल, कुलोत्तुंग प्रथम, विक्रम चोल
निर्माण काल सन 1053
देवी-देवता भगवान विष्णु
वास्तुकला द्रविड़
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 12° 49' 9.90", पूर्व- 79° 43' 28.89"
संबंधित लेख एकम्बरनाथर मंदिर, कैलाशनाथार मंदिर, कामाक्षी अम्मान मंदिर, किरीकिरी पक्षी अभयारण्य, बेदानथंगल पक्षी अभयारण्य, बैकुंठ पेरुमल मंदिर
मानचित्र लिंक गूगल मानचित्र
अन्य जानकारी सालाना रूप से मई-जून में होने वाले गरुड़ोत्सव काफ़ी रंगीन व आकर्षक तरीके से मनाया जाता है, जो हज़ारों श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींचता लगता है।
अद्यतन‎

वरदराज पेरुमल मंदिर तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम शहर में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित है।

  • सन 1053 में चोलों ने वरदराज पेरुमल मंदिर को बनवाया था।
  • कुलोत्तुंग प्रथम और विक्रम चोल ने इस मंदिर का पुनरुद्धार करवाया था।
  • वरदराज पेरुमल मंदिर में भगवान विष्णु को देवराजस्वामी के रूप में पूजा जाता है।
  • भव्य और विशालकाय वरदराज पेरुमल मंदिर कारीगरों की कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • सालाना रूप से मई-जून में होने वाले गरुड़ोत्सव काफ़ी रंगीन व आकर्षक तरीके से मनाया जाता है, जो हज़ारों श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींचता है।
  • वरदराज पेरुमल मंदिर में 100 स्तम्भों वाला एक हॉल है जिसे विजयनगर के राजाओं ने बनवाया था। यह मंदिर उस काल के कारीगरों की कला का जीता जागता उदाहरण है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख