"आनन्दमठ" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Adding category Category:बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय (को हटा दिया गया हैं।))
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 6 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
{{सूचना बक्सा पुस्तक
 +
|चित्र=Aanandmath.jpg
 +
|चित्र का नाम=आनन्दमठ
 +
|लेखक= [[बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय]]
 +
|कवि=
 +
|मूल_शीर्षक =
 +
|मुख्य पात्र =
 +
|कथानक =
 +
|अनुवादक =
 +
|संपादक =
 +
|प्रकाशक =
 +
|प्रकाशन_तिथि = 1882 ई.
 +
|भाषा =[[बांग्ला भाषा|बांग्ला]]
 +
|देश = [[भारत]]
 +
|विषय =
 +
|शैली =
 +
|मुखपृष्ठ_रचना =
 +
|विधा = [[उपन्यास]]
 +
|प्रकार =
 +
|पृष्ठ =
 +
|ISBN =
 +
|भाग =
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|विशेष =इस उपन्यास में ही गीत '[[वन्देमातरम]]' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।
 +
|टिप्पणियाँ =
 +
}}
 
'''आनन्दमठ''' [[बंगाली भाषा|बंगाली]] साहित्यकार [[बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय]] के द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जिसकी रचना 1882 ई. में हुई थी। इस उपन्यास में ही बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का पहले रचित (1874 ई.) गीत '[[वन्देमातरम]]' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।
 
'''आनन्दमठ''' [[बंगाली भाषा|बंगाली]] साहित्यकार [[बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय]] के द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जिसकी रचना 1882 ई. में हुई थी। इस उपन्यास में ही बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का पहले रचित (1874 ई.) गीत '[[वन्देमातरम]]' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।
  
पंक्ति 4: पंक्ति 33:
 
*वन्देमातरम गीत, जिसने सभी भारतवासियों को देश की आज़ादी के प्रति जागरुक किया और उनमें एक नई चेतना जागृत कर दी, वह 'आनन्दमठ' में ही संकलित था।
 
*वन्देमातरम गीत, जिसने सभी भारतवासियों को देश की आज़ादी के प्रति जागरुक किया और उनमें एक नई चेतना जागृत कर दी, वह 'आनन्दमठ' में ही संकलित था।
 
*सन 1952 में बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के इस उपन्यास पर "आनन्दमठ" नाम से एक फ़िल्म भी बनी थी, जिसमें 'वन्देमातरम' गीत भी प्रमुख रूप से शामिल किया गया था।
 
*सन 1952 में बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के इस उपन्यास पर "आनन्दमठ" नाम से एक फ़िल्म भी बनी थी, जिसमें 'वन्देमातरम' गीत भी प्रमुख रूप से शामिल किया गया था।
*यह फ़िल्म हेमेन गुप्ता निर्देशित की गई थी और इसमें हेमन्त कुमार (हेमन्त दा) का [[संगीत]] था|
+
*यह फ़िल्म हेमेन गुप्ता निर्देशित की गई थी और इसमें [[हेमन्त कुमार]] (हेमन्त दा) का [[संगीत]] था।
*फ़िल्म में उस समय के चर्चित कलाकारों- [[पृथ्वीराज कपूर]], भारतभूषण, गीता बाली, प्रदीप कुमार आदि ने अभिनय किया था।
+
*फ़िल्म में उस समय के चर्चित कलाकारों- [[पृथ्वीराज कपूर]], भारतभूषण, गीता बाली, [[प्रदीप कुमार]] आदि ने अभिनय किया था।
 
*आनन्दमठ के 'वन्देमातरम' गीत को हेमन्त कुमार ने एक 'मार्चिंग सांग' के रूप में संगीतबद्ध किया था।
 
*आनन्दमठ के 'वन्देमातरम' गीत को हेमन्त कुमार ने एक 'मार्चिंग सांग' के रूप में संगीतबद्ध किया था।
  
{{प्रचार}}
 
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
+
{{बांग्ला साहित्य}}{{उपन्यास}}
[[Category: साहित्य कोश]]
+
[[Category:बांग्ला साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]][[Category:उपन्यास]][[Category:गद्य साहित्य]][[Category:बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]
[[Category:उपन्यास]]
 
[[Category:गद्य साहित्य]]
 
[[Category:बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__

15:21, 9 जून 2020 के समय का अवतरण

आनन्दमठ
आनन्दमठ
लेखक बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
प्रकाशन तिथि 1882 ई.
देश भारत
भाषा बांग्ला
विधा उपन्यास
विशेष इस उपन्यास में ही गीत 'वन्देमातरम' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।

आनन्दमठ बंगाली साहित्यकार बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के द्वारा रचित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जिसकी रचना 1882 ई. में हुई थी। इस उपन्यास में ही बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का पहले रचित (1874 ई.) गीत 'वन्देमातरम' भी समाविष्ट था, जो स्वतंत्रता की चेतना का राष्ट्रव्यापी मंत्र बना।

  • 'आनन्दमठ' पहले 'बंगदर्शन' नामक एक पत्रिका में धारावाहिक रूप में प्रकाशित होता रहा था।
  • वन्देमातरम गीत, जिसने सभी भारतवासियों को देश की आज़ादी के प्रति जागरुक किया और उनमें एक नई चेतना जागृत कर दी, वह 'आनन्दमठ' में ही संकलित था।
  • सन 1952 में बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के इस उपन्यास पर "आनन्दमठ" नाम से एक फ़िल्म भी बनी थी, जिसमें 'वन्देमातरम' गीत भी प्रमुख रूप से शामिल किया गया था।
  • यह फ़िल्म हेमेन गुप्ता निर्देशित की गई थी और इसमें हेमन्त कुमार (हेमन्त दा) का संगीत था।
  • फ़िल्म में उस समय के चर्चित कलाकारों- पृथ्वीराज कपूर, भारतभूषण, गीता बाली, प्रदीप कुमार आदि ने अभिनय किया था।
  • आनन्दमठ के 'वन्देमातरम' गीत को हेमन्त कुमार ने एक 'मार्चिंग सांग' के रूप में संगीतबद्ध किया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख