"मकर रेखा" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
+ | {{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=मकर |लेख का नाम=मकर (बहुविकल्पी)}} | ||
'''मकर रेखा''' दक्षिणी गोलार्द्ध में [[भूमध्य रेखा]] के समानांतर 23° 23' 22" पर, पश्चिम से पूरब की और खींची गई काल्पनिक रेखा है। मकर रेखा के उत्तर में तथा [[कर्क रेखा]] के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र कहलाता है। [[22 दिसम्बर]] को [[सूर्य]] जब मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है तो इस स्थिति को [[मकर संक्रांति]] कहा जाता है। | '''मकर रेखा''' दक्षिणी गोलार्द्ध में [[भूमध्य रेखा]] के समानांतर 23° 23' 22" पर, पश्चिम से पूरब की और खींची गई काल्पनिक रेखा है। मकर रेखा के उत्तर में तथा [[कर्क रेखा]] के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र कहलाता है। [[22 दिसम्बर]] को [[सूर्य]] जब मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है तो इस स्थिति को [[मकर संक्रांति]] कहा जाता है। | ||
10:18, 17 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
![]() |
एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मकर (बहुविकल्पी) |
मकर रेखा दक्षिणी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा के समानांतर 23° 23' 22" पर, पश्चिम से पूरब की और खींची गई काल्पनिक रेखा है। मकर रेखा के उत्तर में तथा कर्क रेखा के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र कहलाता है। 22 दिसम्बर को सूर्य जब मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है तो इस स्थिति को मकर संक्रांति कहा जाता है।
- मकर रेखा पर सूर्य दोपहर के समय लम्बवत चमकता है।
- यह रेखा पृथ्वी की दक्षिणतम अक्षांश रेखा है।
- इस रेखा की स्थिति स्थायी नहीं होती, इसमें समयानुसार परिवर्तन आता रहता है।
- मकर रेखा पाँच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक है, जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती है।
- उत्तरी गोलार्द्ध में मकर रेखा ठीक उसी प्रकार है, जिस प्रकार दक्षिणी गोलार्द्ध में कर्क रेखा।
|
|
|
|
|