एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"विवेक (अभिनेता)" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''विवेकानन्दन''' (अंग्रेज़ी: ''Vivekanandan'', जन्म- 19 नवम्बर, [...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''विवेकानन्दन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vivekanandan'', जन्म- [[19 नवम्बर]], [[1961]]; मृत्यु- [[17 अप्रॅल]], [[2021]]) भारतीय फिल्म कलाकार, हास्य अभिनेता, टेलीविजन व्यक्तित्व, पार्श्वगायक और तमिल फिल्म उद्योग में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्हें 'विवेक' नाम से भी जाना जाता है। वर्ष [[2009]] में [[भारत सरकार]] ने उन्हें [[कला]] में उनके योगदान के लिए '[[पद्मश्री]]' से सम्मानित किया था।
+
{{सूचना बक्सा कलाकार
 +
|चित्र=Vivekanandan.jpg
 +
|चित्र का नाम=विवेकानन्दन
 +
|पूरा नाम=विवेकानन्दन
 +
|प्रसिद्ध नाम=विवेक
 +
|अन्य नाम=
 +
|जन्म=[[19 नवम्बर]], [[1961]]
 +
|जन्म भूमि=कोविलपट्टी, [[तमिलनाडु]]
 +
|मृत्यु=[[17 अप्रॅल]], [[2021]]
 +
|मृत्यु स्थान=[[चेन्नई]], [[तमिलनाडु]]
 +
|अभिभावक=
 +
|पति/पत्नी=
 +
|संतान=
 +
|कर्म भूमि=[[भारत]]
 +
|कर्म-क्षेत्र=दक्षिण भारतीय सिनेमा
 +
|मुख्य रचनाएँ=
 +
|मुख्य फ़िल्में=रन, पेराड़ागन, दूल, अन्नियन, और सिवाजी आदि।
 +
|विषय=
 +
|शिक्षा=
 +
|विद्यालय=
 +
|पुरस्कार-उपाधि='[[पद्म श्री]]' ([[2009]])
 +
|प्रसिद्धि=अभिनेता
 +
|विशेष योगदान=
 +
|नागरिकता=भारतीय
 +
|संबंधित लेख=
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=विवेकानन्दन [[ए.पी.जे. अब्दुल कलाम]] के सिद्धांतो से काफी प्रभावित थे। एक बार अब्दुल कलाम ने उन्हें 'ग्रीन इंडिया' का हिस्सा बनने के लिए सुझाव दिया था।
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=
 +
}}'''विवेकानन्दन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vivekanandan'', जन्म- [[19 नवम्बर]], [[1961]]; मृत्यु- [[17 अप्रॅल]], [[2021]]) भारतीय फिल्म कलाकार, हास्य अभिनेता, टेलीविजन व्यक्तित्व, पार्श्वगायक और तमिल फिल्म उद्योग में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्हें 'विवेक' नाम से भी जाना जाता है। वर्ष [[2009]] में [[भारत सरकार]] ने उन्हें [[कला]] में उनके योगदान के लिए '[[पद्मश्री]]' से सम्मानित किया था।
 
==परिचय==
 
==परिचय==
 
दक्षिण [[तमिलनाडु]] के कोविलपट्टी में जन्में अभिनेता विवेक ने वरिष्ठ निर्देशक के बालाचंदर के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर [[1980]] में करियर की शुरुआत की थी। विवेक की प्रतिभा से खुश होकर बालाचंदर ने उन्हें एक तमिल फिल्म 'मनादिल उरूदी वेंडुम' में [[1987]] में छोटा सा रोल ऑफर कर दिया था।
 
दक्षिण [[तमिलनाडु]] के कोविलपट्टी में जन्में अभिनेता विवेक ने वरिष्ठ निर्देशक के बालाचंदर के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर [[1980]] में करियर की शुरुआत की थी। विवेक की प्रतिभा से खुश होकर बालाचंदर ने उन्हें एक तमिल फिल्म 'मनादिल उरूदी वेंडुम' में [[1987]] में छोटा सा रोल ऑफर कर दिया था।
पंक्ति 7: पंक्ति 39:
 
अभिनेता विवेक को उनकी परफेक्ट कॉमिक टाइमिंग के अलावा तेज दिमाग के लिए भी जाना जाता था। वे बड़ी ही आसानी से किसी की भी मिमिक्री कर लेते थे। उन्होंने सुपरस्टार [[रजनीकांत]] के साथ भी कई बार काम किया। फिल्म रन, पेराड़ागन, दूल, अन्नियन, और सिवाजी जैसी फिल्मों में काम किया, जिसने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई और वह लगातार तीन दशकों तक दर्शकों के दिलों पर छाए रहे।
 
अभिनेता विवेक को उनकी परफेक्ट कॉमिक टाइमिंग के अलावा तेज दिमाग के लिए भी जाना जाता था। वे बड़ी ही आसानी से किसी की भी मिमिक्री कर लेते थे। उन्होंने सुपरस्टार [[रजनीकांत]] के साथ भी कई बार काम किया। फिल्म रन, पेराड़ागन, दूल, अन्नियन, और सिवाजी जैसी फिल्मों में काम किया, जिसने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई और वह लगातार तीन दशकों तक दर्शकों के दिलों पर छाए रहे।
 
==चिन्ना कलाइवानर==
 
==चिन्ना कलाइवानर==
इसके बाद उन्हें एक तमिल फिल्म 'सुल्ली अडिपेन' में मुख्य भूमिका निभाने का अवसर मिला। विवेक को 'बेटी बचाओ' और सांप्रदायिक सौहार्द जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी लोगों को जागरूक करते हुए देखा गया। विवेक को लोग 'चिन्ना कलाइवानर' भी बुलाते थे। केंद्र सरकार द्वारा [[2009]] में उन्हें [[पद्मश्री]] से सम्मानित किया गया था। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित विवेक रजनीकांत, थलपति विजय, विक्रम और धनुष जैसे स्टार्स के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके थे। वह कुछ फिल्मों में मुख्य कलाकार के तौर पर भी नजर आए और [[पर्यावरण]] के प्रति जागरुकता फैलाने में भी वह सक्रिय रहे थे। वे दिवंगत पूर्व [[राष्ट्रपति]] ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सिद्धांतो से काफी प्रभावित थे। एक बार अब्दुल कलाम ने उन्हें 'ग्रीन इंडिया' का हिस्सा बनने के लिए सुझाव दिया था। इसके बाद विवेक ने एक अरब पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा और इसके लिए छात्रों व अन्य लोगों की सहायता ली।
+
इसके बाद उन्हें एक तमिल फिल्म 'सुल्ली अडिपेन' में मुख्य भूमिका निभाने का अवसर मिला। विवेक को 'बेटी बचाओ' और सांप्रदायिक सौहार्द जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी लोगों को जागरूक करते हुए देखा गया। विवेक को लोग 'चिन्ना कलाइवानर' भी बुलाते थे। केंद्र सरकार द्वारा [[2009]] में उन्हें [[पद्मश्री]] से सम्मानित किया गया था। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित विवेक रजनीकांत, थलपति विजय, विक्रम और धनुष जैसे स्टार्स के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके थे वह कुछ फिल्मों में मुख्य कलाकार के तौर पर भी नजर आए और [[पर्यावरण]] के प्रति जागरुकता फैलाने में भी वह सक्रिय रहे थे। वे दिवंगत पूर्व [[राष्ट्रपति]] [[ए.पी.जे. अब्दुल कलाम]] के सिद्धांतो से काफी प्रभावित थे। एक बार अब्दुल कलाम ने उन्हें 'ग्रीन इंडिया' का हिस्सा बनने के लिए सुझाव दिया था। इसके बाद विवेक ने एक अरब पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा और इसके लिए छात्रों व अन्य लोगों की सहायता ली।
 
==मृत्यु==
 
==मृत्यु==
 
अभिनेता विवेक की मृत्यु [[17 अप्रॅल]], [[2021]] को [[चेन्नई]] में हुई। एक दिन पहले ही उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद अचेत होने पर चेन्नई के वडापलानी स्थित एसआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें गहन चिकित्सा इकाई ने ईसीएमओ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। अभिनेता विवेक ने [[15 अप्रॅल]], [[2021]] को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी। वे अपने दोस्त के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया था कि वो सरकारी अस्पताल में क्यों वैक्सीन ले रहे हैं। उन्होंने बताया था कि 'सरकारी अस्पताल में हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं। इसकी पहुंच ज्यादा लोगों तक है। कोविड वैक्सीन सही है। इसको लगवाने के बाद आप बीमार नहीं पड़ेंगे। इसे लगवाने के बाद काफी हद तक खतरा कम हो जायेगा। 15 अप्रैल को विवेक ने वैक्सीन लगवाई और [[16 अप्रॅल]] को सीने में दर्द के कारण उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद [[तमिलनाडु]] के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर ने उनकी बिगड़ती हालत को लेकर दु:ख जताते हुए ट्वीट किया था।
 
अभिनेता विवेक की मृत्यु [[17 अप्रॅल]], [[2021]] को [[चेन्नई]] में हुई। एक दिन पहले ही उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद अचेत होने पर चेन्नई के वडापलानी स्थित एसआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें गहन चिकित्सा इकाई ने ईसीएमओ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। अभिनेता विवेक ने [[15 अप्रॅल]], [[2021]] को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी। वे अपने दोस्त के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया था कि वो सरकारी अस्पताल में क्यों वैक्सीन ले रहे हैं। उन्होंने बताया था कि 'सरकारी अस्पताल में हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं। इसकी पहुंच ज्यादा लोगों तक है। कोविड वैक्सीन सही है। इसको लगवाने के बाद आप बीमार नहीं पड़ेंगे। इसे लगवाने के बाद काफी हद तक खतरा कम हो जायेगा। 15 अप्रैल को विवेक ने वैक्सीन लगवाई और [[16 अप्रॅल]] को सीने में दर्द के कारण उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद [[तमिलनाडु]] के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर ने उनकी बिगड़ती हालत को लेकर दु:ख जताते हुए ट्वीट किया था।

17:28, 23 अप्रैल 2021 के समय का अवतरण

विवेक (अभिनेता)
विवेकानन्दन
पूरा नाम विवेकानन्दन
प्रसिद्ध नाम विवेक
जन्म 19 नवम्बर, 1961
जन्म भूमि कोविलपट्टी, तमिलनाडु
मृत्यु 17 अप्रॅल, 2021
मृत्यु स्थान चेन्नई, तमिलनाडु
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र दक्षिण भारतीय सिनेमा
मुख्य फ़िल्में रन, पेराड़ागन, दूल, अन्नियन, और सिवाजी आदि।
पुरस्कार-उपाधि 'पद्म श्री' (2009)
प्रसिद्धि अभिनेता
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी विवेकानन्दन ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सिद्धांतो से काफी प्रभावित थे। एक बार अब्दुल कलाम ने उन्हें 'ग्रीन इंडिया' का हिस्सा बनने के लिए सुझाव दिया था।

विवेकानन्दन (अंग्रेज़ी: Vivekanandan, जन्म- 19 नवम्बर, 1961; मृत्यु- 17 अप्रॅल, 2021) भारतीय फिल्म कलाकार, हास्य अभिनेता, टेलीविजन व्यक्तित्व, पार्श्वगायक और तमिल फिल्म उद्योग में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्हें 'विवेक' नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 2009 में भारत सरकार ने उन्हें कला में उनके योगदान के लिए 'पद्मश्री' से सम्मानित किया था।

परिचय

दक्षिण तमिलनाडु के कोविलपट्टी में जन्में अभिनेता विवेक ने वरिष्ठ निर्देशक के बालाचंदर के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर 1980 में करियर की शुरुआत की थी। विवेक की प्रतिभा से खुश होकर बालाचंदर ने उन्हें एक तमिल फिल्म 'मनादिल उरूदी वेंडुम' में 1987 में छोटा सा रोल ऑफर कर दिया था।

सफलता

निर्देशक ने उन्हें अपनी अगली फिल्म 'पुदु पुदु अर्तंगल' में भी कास्ट किया था। इस फिल्म में विवेक ने अपनी शानदार कॉमेडी के जरिए सभी को आकर्षित किया। इस फिल्म में उनका डायलॉग 'इनक्की सेत्ता नालकी पाल' बड़ा ही फेमस हुआ था। इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अभिनेता ने बतौर सोलो कॉमेडिन भी अपनी पहचान स्थापित की। 90 के दशक से उन्होंने लोकप्रियता हासिल करना शुरू कर दी थी, जिसका सिलसिला अगले दो दशकों तक जारी रहा।

अभिनेता विवेक को उनकी परफेक्ट कॉमिक टाइमिंग के अलावा तेज दिमाग के लिए भी जाना जाता था। वे बड़ी ही आसानी से किसी की भी मिमिक्री कर लेते थे। उन्होंने सुपरस्टार रजनीकांत के साथ भी कई बार काम किया। फिल्म रन, पेराड़ागन, दूल, अन्नियन, और सिवाजी जैसी फिल्मों में काम किया, जिसने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई और वह लगातार तीन दशकों तक दर्शकों के दिलों पर छाए रहे।

चिन्ना कलाइवानर

इसके बाद उन्हें एक तमिल फिल्म 'सुल्ली अडिपेन' में मुख्य भूमिका निभाने का अवसर मिला। विवेक को 'बेटी बचाओ' और सांप्रदायिक सौहार्द जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी लोगों को जागरूक करते हुए देखा गया। विवेक को लोग 'चिन्ना कलाइवानर' भी बुलाते थे। केंद्र सरकार द्वारा 2009 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित विवेक रजनीकांत, थलपति विजय, विक्रम और धनुष जैसे स्टार्स के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके थे वह कुछ फिल्मों में मुख्य कलाकार के तौर पर भी नजर आए और पर्यावरण के प्रति जागरुकता फैलाने में भी वह सक्रिय रहे थे। वे दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सिद्धांतो से काफी प्रभावित थे। एक बार अब्दुल कलाम ने उन्हें 'ग्रीन इंडिया' का हिस्सा बनने के लिए सुझाव दिया था। इसके बाद विवेक ने एक अरब पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा और इसके लिए छात्रों व अन्य लोगों की सहायता ली।

मृत्यु

अभिनेता विवेक की मृत्यु 17 अप्रॅल, 2021 को चेन्नई में हुई। एक दिन पहले ही उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद अचेत होने पर चेन्नई के वडापलानी स्थित एसआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें गहन चिकित्सा इकाई ने ईसीएमओ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। अभिनेता विवेक ने 15 अप्रॅल, 2021 को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी। वे अपने दोस्त के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया था कि वो सरकारी अस्पताल में क्यों वैक्सीन ले रहे हैं। उन्होंने बताया था कि 'सरकारी अस्पताल में हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं। इसकी पहुंच ज्यादा लोगों तक है। कोविड वैक्सीन सही है। इसको लगवाने के बाद आप बीमार नहीं पड़ेंगे। इसे लगवाने के बाद काफी हद तक खतरा कम हो जायेगा। 15 अप्रैल को विवेक ने वैक्सीन लगवाई और 16 अप्रॅल को सीने में दर्द के कारण उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर ने उनकी बिगड़ती हालत को लेकर दु:ख जताते हुए ट्वीट किया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख