"मृगशिरा नक्षत्र" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('<poem>अर्थ - मृग शीष देव - सोम</poem> *मृगशिरा नक्षत्र आकाश म...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 24: पंक्ति 24:
 
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
 
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
 
[[Category:पौराणिक_कोश]]
 
[[Category:पौराणिक_कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
+
[[Category:काल गणना]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

05:51, 20 अगस्त 2011 का अवतरण

अर्थ - मृग शीष
देव - सोम

  • मृगशिरा नक्षत्र आकाश मंडल में पांचवा नक्षत्र है।
  • मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम दो चरण वृषभ राशि में आते हैं।
  • जहाँ नक्षत्र स्वामी मंगल है।
  • मृगशिरा में वत्स सहित गाय का दान करने का नियम है।
  • मृगशिरा नक्षत्र के देवता मंगल को माना जाता है।
  • खैर के वृक्ष को मृगशिरा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और मृगशिरा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति खैर वृक्ष की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति अपने घर में खैर के वृक्ष को लगाते है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख