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*आम्रकार्द्दव तीसरे गुप्त सम्राट [[चन्द्रगुप्त द्वितीय]] (381-413 ई.) का एक सेनापति था।  
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'''आम्रकार्द्दव''' तीसरे [[गुप्त]] सम्राट [[चन्द्रगुप्त द्वितीय]] (381-413 ई.) का एक सेनापति था।  
 
*अनेक युद्धों में विजय प्राप्त करने के कारण उसका यश चारों ओर फैला था।  
 
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*चन्द्रगुप्त द्वितीय ने जब पूर्वी [[मालवा]] पर हमला किया तो सेनापति आम्रकार्द्दव भी उसके साथ था।  
 
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04:51, 5 नवम्बर 2011 का अवतरण

आम्रकार्द्दव तीसरे गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय (381-413 ई.) का एक सेनापति था।

  • अनेक युद्धों में विजय प्राप्त करने के कारण उसका यश चारों ओर फैला था।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय ने जब पूर्वी मालवा पर हमला किया तो सेनापति आम्रकार्द्दव भी उसके साथ था।
  • उसने सनकानीक महाराज को गुप्तों का सामन्त बनाने तथा पश्चिमी मालवा व काठियावाड़ के शकों का उन्मूलन करने में अपने सम्राट की सहायता की।
  • वह बौद्ध मतावलम्बी था अथवा बौद्ध धर्म में श्रद्धा रखता था।
  • उसने एक बौद्ध विहार को दान दिया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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