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*1568 ई. में उसने [[उड़ीसा]] पर चढ़ाई की और वहाँ के राजा को पराजित किया तथा बाद में [[पुरी]] के [[जगन्नाथ मन्दिर पुरी|जगन्नाथ मन्दिर]] को लूटा।
 
*1568 ई. में उसने [[उड़ीसा]] पर चढ़ाई की और वहाँ के राजा को पराजित किया तथा बाद में [[पुरी]] के [[जगन्नाथ मन्दिर पुरी|जगन्नाथ मन्दिर]] को लूटा।
 
*इसके बाद उसने राजा नर नारायण के भाई चिला राय की कोच सेना को हराया।
 
*इसके बाद उसने राजा नर नारायण के भाई चिला राय की कोच सेना को हराया।
*[[आसाम]] में वह तेजपुर तक चढ़ गया और [[गौहाटी]] के निकट [[कामाख्या देवी मंदिर|कामाख्या मन्दिर]] को नष्ट कर दिया।
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*[[आसाम]] में वह [[तेजपुर]] तक चढ़ गया और [[गौहाटी]] के निकट [[कामाख्या देवी मंदिर|कामाख्या मन्दिर]] को नष्ट कर दिया।
 
*1583 ई. में वह राजमहल के निकट नौसैनिक लड़ाई में बादशाह [[अकबर]] की फौजों से हार गया और मारा गया।
 
*1583 ई. में वह राजमहल के निकट नौसैनिक लड़ाई में बादशाह [[अकबर]] की फौजों से हार गया और मारा गया।
  

09:47, 10 जनवरी 2012 का अवतरण

  • काला पहाड़ एक ब्राह्मण था, जिसने बाद में इस्लाम ग्रहण कर लिया और मुसलमान बन गया।
  • वह बंगाल के 'सुलेमान कर्रानी' (1565-1572 ई.) की सेना का एक बड़ा ही योग्य सेनापति था।
  • काला पहाड़ ने सुलेमान की सेना में भारी ख्याति प्राप्त की थी।
  • 1568 ई. में उसने उड़ीसा पर चढ़ाई की और वहाँ के राजा को पराजित किया तथा बाद में पुरी के जगन्नाथ मन्दिर को लूटा।
  • इसके बाद उसने राजा नर नारायण के भाई चिला राय की कोच सेना को हराया।
  • आसाम में वह तेजपुर तक चढ़ गया और गौहाटी के निकट कामाख्या मन्दिर को नष्ट कर दिया।
  • 1583 ई. में वह राजमहल के निकट नौसैनिक लड़ाई में बादशाह अकबर की फौजों से हार गया और मारा गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 91।

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