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जगदीप सिंह लोहान

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जगदीप सिंह लोहान (अंग्रेज़ी: Jagdeep Singh Lohan) सीबीआई न्यायाधीश हैं। उनका नाम उस समय अचानक से सुर्खियों में आ गया, जब उन्होंने साध्वी यौन प्रकरण में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सज़ा सुनाई। जगदीप सिंह लोहानी का नाम उस समय भी चर्चा में आया था, जब उन्होंने एक हादसे में घायल हुए चार लोगों की जिंदगी बचाई थी। इस हादसे में वे हीरो बनकर उभरे थे। व्यक्तित्व से जगदीप सिंह बहुत ही शर्मीले स्वभाव के हैं और सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ रूचि लेते हैं।

परिचय

जगदीप सिंह लोहान ने अपनी प्रारंभिक आठवीं कक्षा तक की शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से ली थी। इसके बाद वे बाहर पढ़ने चले गए। पंजाब यूनिवर्सिटी में क़ानून की पढ़ाई कर वर्ष 2012 में जगदीप सिंह ने ज्यूडिशियल सर्विस में प्रवेश किया। वे सीबीआई कोर्ट पंचकूला में जज हैं। ज्यूडिशियल सर्विस में आने से पहले जगदीप सिंह पंजाब और हरियाणा के उच्च न्यायालय में वकील थे। ग्रामीण पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह लोहान दो भाइयों में छोटे हैं। उनके बड़े भाई डॉ. राजबीर सिंह लोहान लोक संपर्क विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर गुड़गांव में तैनात हैं। करीब तीन साल पहले उनके पिता की मौत हो गई।

सामाजिक कार्यों में रुचि

जगदीप सिंह लोहान के गाँव वाले कहते हैं कि वे काफ़ी मिलनसार हैं। उनकी रुचि सामाजिक कार्यों में ज्यादा रहती है। ग्रामीणों के साथ मिलकर उन्होंने स्कूल व तालाब के आसपास पौधे आदि लगवाने का कार्य किया था। न्यायाधीश जगदीप सिंह समय-समय पर अपने गाँव में आते-जाते रहते हैं और पड़ोसियों व ग्रामीणों से मिलते हैं। वे खासकर बुजुर्गों को पूरा सम्मान देते हैं।

उदार व्यक्तित्व

सीबीआई के जगदीप सिंह का नाम उस समय चर्चा में आया, जब उन्होंने एक हादसे में घायल हुए चार लोगों की जिंदगी बचाई। इस हादसे में वे हीरो बनकर सामने आये थे। जब वे हिसार से पंचकूला जा रहे थे, तब रास्ते में एक एक्सीडेंट हो गया। चार लोग घायल हो गए थे। जगदीप सिंह ने अपनी गाड़ी रुकवाई और घायलों को गाड़ी से निकाला। उन्होंने एम्बुलेंस को बुलाया, ले​किन एम्बुलेंस नहीं आई। इसलिए उन्होंने एक गाड़ी रुकवाई और चारों घायलों को अस्पताल पहुंचाया।


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