रंगनाथ मिश्र
रंगनाथ मिश्र
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पूरा नाम | रंगनाथ मिश्र |
जन्म | 25 नवम्बर, 1926 |
जन्म भूमि | बानपुर, ओडिशा |
मृत्यु | 13 सितम्बर, 2012 |
मृत्यु स्थान | भुवनेश्वर, ओडिशा |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | न्यायाधीश |
पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पद | मुख्य न्यायाधीश, भारत- 26 सितम्बर, 1990 से 24 नवम्बर, 1991 |
विद्यालय | इलाहाबाद विश्वविद्यालय |
संबंधित लेख | भारत के मुख्य न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय |
द्वारा नियुक्त | रामास्वामी वेंकटरमण |
पूर्वाधिकारी | एस. मुखर्जी |
उत्तराधिकारी | कमल नारायण सिंह |
रंगनाथ मिश्र (अंग्रेज़ी: Ranganath Misra, जन्म- 25 नवम्बर, 1926; मृत्यु- 13 सितम्बर, 2012) भारत के भूतपूर्व 21वें मुख्य न्यायाधीश रहे थे। वह 26 सितम्बर, 1990 से 24 नवम्बर, 1991 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश पद पर रहे। वह भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पहले अध्यक्ष भी थे। उन्होंने 1998 और 2004 के बीच कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में भी कार्य किया। रंगनाथ मिश्र, बहरुल इस्लाम के बाद राज्यसभा सदस्य बनने वाले सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे न्यायाधीश थे, जिन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में चुना गया था।
परिचय
रंगनाथ मिश्र का जन्म 25 नवम्बर, 1926 को बानपुर, ओडिशा में एक ओडिया ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम गोदावारिस मिश्रा था। पिता एक ओडिया साहित्यिक और कांग्रेस के राजनेता थे। पिता की तीन संतान थीं, जिनमें रंगनाथ मिश्र तीन बेटों में सबसे छोटे थे। इनके सबसे बड़े भाई लोकनाथ मिश्रा, जनता पार्टी से संबंधित एक प्रमुख राजनीतिज्ञ थे। दूसरे भाई रघुनाथ मिश्रा कांग्रेस पार्टी से संबंधित राजनीतिज्ञ थे।[1]
शिक्षा
रंगनाथ मिश्र ने बानपुर हाई स्कूल से पढ़ाई की और पी. एम. अकादमी और बाद में रेनशॉ कॉलेज और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया।
कॅरियर
18 सितंबर 1950 को रंगनाथ मिश्र को उड़ीसा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया। कटक जहां उन्होंने 1969 तक कानून का अभ्यास किया, उन्हें उड़ीसा उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। 6 नवंबर 1980 से 16 जनवरी 1981 तक उन्हें उड़ीसा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। 16 जनवरी 1981 से उन्हें उड़ीसा उच्च न्यायालय के स्थायी मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।
रंगनाथ मिश्र सन 1983 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किये गये। वह 26 सितंबर, 1990 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने और 24 नवंबर 1991 को सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने वर्ष 1992 में ऑल इंडिया बॉय स्काउट्स एसोसिएशन के चीफ स्काउट के रूप में भी सेवा की। रंगनाथ मिश्र न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा जांच आयोग के एकमात्र सदस्य थे, एक आयोग जिसने 1984 के सिक्ख विरोधी दंगों की जांच का नेतृत्व किया और एक रिपोर्ट तैयार की। वे 1998-2004 के बीच कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा के संसद सदस्य भी रहे।[1]
मृत्यु
रंगनाथ मिश्र का निधन 13 सितंबर, 2012 (आयु 85 वर्ष) को भुवनेश्वर, ओडिशा में एक लम्बी बीमारी के कारण भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 रंगनाथ मिश्र का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी (हिंदी) samanyagyan.com। अभिगमन तिथि: 06 सितंबर, 2021।
बाहरी कड़ियाँ
- जस्टिस गोगोई पर बात करने वालों को क्या जस्टिस रंगनाथ मिश्रा याद हैं?
- 1998 में Congress ने भी पूर्व CJI रंगनाथ मिश्रा को भेजा था राज्यसभा, 1984 के दंगों में दी थी क्लीन चिट
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