"अश्लेशा नक्षत्र" के अवतरणों में अंतर
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10:59, 6 अप्रैल 2011 का अवतरण
अर्थ - आलिंगन
देव - सर्प
- अश्लेषा नक्षत्र नौवाँ नक्षत्र है।
- यह कर्क राशि के अंतर्गत आता है।
- सूर्य के नजदीक होने से इसे प्रातः देखा जा सकता है।
- अश्लेषा में सर्प का व्रत और पूजन किया जाता है।
- अश्लेशा नक्षत्र के देवता बुध को माना जाता है।
- नागकेशर के पेड़ को अश्लेशा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।
- अश्लेशा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग नागकेशर की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में नागकेशर के पेड को लगाते है,
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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