"धनिष्ठा नक्षत्र" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('<poem>अर्थ - धन देव - वासु</poem> *मंगल इस नक्षत्र का स्वामी ह...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "खाली" to "ख़ाली") |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
*श्रविष्ठा नक्षत्र के [[देवता]] मंगल को माना जाता है। | *श्रविष्ठा नक्षत्र के [[देवता]] मंगल को माना जाता है। | ||
*शम्मी के पेड को धनिष्ठा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और धनिष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग शम्मी के पेड की पूजा करते है। | *शम्मी के पेड को धनिष्ठा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और धनिष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग शम्मी के पेड की पूजा करते है। | ||
− | *इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के | + | *इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में शम्मी के पेड को लगाते है। |
10:58, 6 अप्रैल 2011 का अवतरण
अर्थ - धन
देव - वासु
- मंगल इस नक्षत्र का स्वामी है, वहीं राशि स्वामी शनि है।
- धनिष्ठा में वसु का व्रत और पूजन किया जाता है।
- श्रविष्ठा नक्षत्र के देवता मंगल को माना जाता है।
- शम्मी के पेड को धनिष्ठा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और धनिष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग शम्मी के पेड की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में शम्मी के पेड को लगाते है।
|
|
|
|
|