आज का दिन - 14 मई 2024
- राष्ट्रीय शाके 1946, 24 गते 01, वैशाख, मंगलवार
- विक्रम सम्वत् 2081, वैशाख, शुक्ल पक्ष, सप्तमी, मंगलवार, पुष्य
- इस्लामी हिजरी 1445, 05, ज़िलक़ाद, मंगल, नस्त्रा
- गंगा सप्तमी, वृष संक्रान्ति, अरुण चन्द्र गुहा (जन्म), मृणाल सेन (जन्म), अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर (जन्म), शम्भाजी (जन्म), डॉ. रघुवीर (मृत्यु), जगदीशचन्द्र माथुर (मृत्यु), अल्ला बख़्श (मृत्यु), कंडासामी कुप्पुसामी (मृत्यु), एन.जी. चन्दावरकर (मृत्यु)
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विशेष आलेख
- वाराणसी के व्यापारी समुद्री व्यापार भी करते थे। काशी से समुद्र यात्रा के लिए नावें छूटती थीं।
- इस नगर के धनी व्यापारियों का व्यापार के उद्देश्य से समुद्र पार जाने का उल्लेख है। जातकों में भी व्यापार के उद्देश्य से बाहर जाने का उल्लेख मिलता है। एक जातक में उल्लेख है कि बनारस के व्यापारी दिशाकाक लेकर समुद्र यात्रा को गए थे। ... और पढ़ें
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एक पर्यटन स्थल
- खजुराहो की मूर्तियों की सबसे अहम और महत्त्वपूर्ण ख़ूबी यह है कि इनमें गति है, देखते रहिए तो लगता है कि शायद चल रही है या बस हिलने ही वाली है, या फिर लगता है कि शायद अभी कुछ बोलेगी, मस्कुराएगी, शर्माएगी या रूठ जाएगी।
- कमाल की बात तो यह है कि ये चेहरे के भाव और शरीर की भंगिमाऐं केवल स्त्री पुरुषों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देती हैं। ... और पढ़ें
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ऐसा भी हुआ !
- 20 हज़ार आबादी वाले एक नगर के लोगों ने दो हज़ार साल पहले स्वयं अपने नगर में आग लगा दी और अपनी स्त्रियों और बच्चों के साथ जलकर मर गए .... और पढ़ें
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सूक्ति और कहावत
- जिस समय जो कार्य करना उचित हो, उसे उसी समय शंकारहित होकर शीघ्र करना चाहिए, क्योंकि समय पर हुई वर्षा फ़सल की पोषक होती है, असमय की वर्षा विनाशिनी होती है। -शक्रनीति (1|286-287)
- अनेक विद्याओं का अध्ययन करके भी जो समाज के साथ मिलकर आचरण्युक्त जीवन व्यतीत करना नहीं जानते, वे अज्ञानी ही समझे जायेंगे। - तिरुवल्लुवर (तिरुक्कुरल, 140) .... और पढ़ें
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सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
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