"संकटमोचन मंदिर, वाराणसी" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अंशुल सुधाकर (चर्चा | योगदान) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "Category:हिन्दू धर्म कोश" to "Category:हिन्दू धर्म कोशCategory:धर्म कोश") |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
{{वाराणसी}} | {{वाराणसी}} | ||
[[Category:हिन्दू मन्दिर]] | [[Category:हिन्दू मन्दिर]] | ||
− | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]] | + | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]] |
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
12:15, 21 मार्च 2014 का अवतरण
संकटमोचन मंदिर वाराणसी में हनुमान जी का मंदिर है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण गोस्वामी तुलसीदास जी ने कराया था। लगभग 1608 ई. 1611 ई. के बीच संकटमोचन मंदिर को बनाया गया है। मान्यता है कि तुलसीदास जी ने रामचरितमानस का कुछ अंश संकटमोचन मंदिर के पास विशाल पीपल के पेड़े के नीचे बैठकर लिखा था। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को यहां हनुमान जयंती धूम-धाम से मनायी जाती है। इस दौरान मंदिर में बड़े स्तर पर संगीत कार्यक्रम आयोजित होता है। जिसमें देश के ख्यातिलब्ध गायक अपना गायन और संगीत प्रस्तुत करते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा श्रद्धालुओं की खूब भीड़ जुटती है। मंदिर परिसर में काफी संख्या में बन्दर भी रहते हैं।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख