आँख न उठा पाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- स्वाभिमान या साहसपूर्वक किसी की ओर न देख सकना।
प्रयोग- खानदान का रुतबा रसातल में चला जाता, दुनिया उन पर उँगली उठाती और वे दुनिया के सामने आँख न उठा पाते।-(राजा राधिका रमन प्रसाद सिंह)
एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"।
आँख न उठा पाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- स्वाभिमान या साहसपूर्वक किसी की ओर न देख सकना।
प्रयोग- खानदान का रुतबा रसातल में चला जाता, दुनिया उन पर उँगली उठाती और वे दुनिया के सामने आँख न उठा पाते।-(राजा राधिका रमन प्रसाद सिंह)