रहिमन भेषज के किए -रहीम

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‘रहिमन’ भेषज के किए, काल जीति जो जात ।
बड़े-बड़े समरथ भये, तौ न कोऊ मरि जात ॥


अर्थ

औषधियों के बल पर यदि काल को लकहीं जीत लिया गया होता तो, दुनिया के बड़े-बड़े समर्थ और शक्तिशाली मौत के पंजे से साफ बच जाते।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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