"मेरे महबूब के घर रंग है री -अमीर ख़ुसरो" के अवतरणों में अंतर
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वो तो मुँह माँगे बर संग है री। | वो तो मुँह माँगे बर संग है री। | ||
मैं पीर पायो निजामुद्दीन औलिया। | मैं पीर पायो निजामुद्दीन औलिया। | ||
− | + | रंग सकल मोरे संग है री। | |
− | मैं तो ऐसो रंग और नहीं | + | मैं तो ऐसो रंग और नहीं देख्यो सखी री। |
मैं तो ऐसी रंग। | मैं तो ऐसी रंग। | ||
− | देस- | + | देस-बिदेस में ढूँढ़ फिरी हूँ, देस-बिदेस में। |
आहे, आहे आहे वा, | आहे, आहे आहे वा, | ||
ऐ गोरा रंग मन भायो निजामुद्दीन। | ऐ गोरा रंग मन भायो निजामुद्दीन। |
12:14, 4 सितम्बर 2011 का अवतरण
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आज रंग है ऐ माँ रंग है री, मेरे महबूब के घर रंग है री। |
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