"शरभंग ऋषि" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} रामायणनुसार एक ऋषि जो दक्षिण [[भ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | + | [[रामायण|रामायणनुसार]] एक ऋषि जो दक्षिण [[भारत]] में रहते थे। वनवास के समय [[राम|श्रीराम]] दर्शनार्थ इनके आश्रम पर गये। यह समाचार पाकर इन्होंने [[इन्द्र]] के साथ [[ब्रह्मलोक]] न जाकर, राम दर्शन को ही उत्तम समझा और श्रीराम के सामने ही योगाग्नि से अपने शरीर को भस्म कर दिव्य धाम को गये थे।<ref>[[रामायण|रामचरित-मानस]], [[अरण्य काण्ड वा. रा.|अरण्य कांड]], सर्ग 6.4-8.2</ref> | |
− | [[रामायण|रामायणनुसार]] एक ऋषि जो दक्षिण [[भारत]] में रहते थे। वनवास के समय [[राम|श्रीराम]] दर्शनार्थ इनके आश्रम पर गये। यह समाचार | ||
− | {{ | + | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
− | |||
− | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
− | |||
− | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{रामायण}}{{ॠषि-मुनि2}} | {{रामायण}}{{ॠषि-मुनि2}} | ||
पंक्ति 14: | पंक्ति 9: | ||
[[Category:पौराणिक कोश]] | [[Category:पौराणिक कोश]] | ||
− | [[Category: | + | [[Category:ऋषि मुनि]] |
[[Category:रामायण]] | [[Category:रामायण]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:59, 21 मई 2012 के समय का अवतरण
रामायणनुसार एक ऋषि जो दक्षिण भारत में रहते थे। वनवास के समय श्रीराम दर्शनार्थ इनके आश्रम पर गये। यह समाचार पाकर इन्होंने इन्द्र के साथ ब्रह्मलोक न जाकर, राम दर्शन को ही उत्तम समझा और श्रीराम के सामने ही योगाग्नि से अपने शरीर को भस्म कर दिव्य धाम को गये थे।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रामचरित-मानस, अरण्य कांड, सर्ग 6.4-8.2