"पँख -अनूप सेठी" के अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "बाजार" to "बाज़ार") |
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पंक्ति 56: | पंक्ति 56: | ||
इकहरी ईंट की पर्दी वाले दो अढ़ाई कमरे | इकहरी ईंट की पर्दी वाले दो अढ़ाई कमरे | ||
सीमेंट की छत वाले हवादार डिब्बे सड़क किनारे | सीमेंट की छत वाले हवादार डिब्बे सड़क किनारे | ||
− | + | बाज़ार के पड़ोस में आ बैठा | |
पंखों को समेट के कुछ देर | पंखों को समेट के कुछ देर | ||
गोबर घास डंगरों के पानी सानी से दूर | गोबर घास डंगरों के पानी सानी से दूर | ||
पंक्ति 75: | पंक्ति 75: | ||
बहुत लंबी पटड़ियों | बहुत लंबी पटड़ियों | ||
बहुत व्यस्त सड़कों से | बहुत व्यस्त सड़कों से | ||
− | बहुत व्यस्त | + | बहुत व्यस्त बाज़ारों में |
कुछ बूढ़े कुछ जवान कुछ बच्चे | कुछ बूढ़े कुछ जवान कुछ बच्चे | ||
जनाना मर्दाना | जनाना मर्दाना |
10:16, 14 मई 2013 का अवतरण
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एक घर था उसको लग गए पँख |
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