"जटातीर्थ" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंक्ति 10: | पंक्ति 10: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
− | {{तमिलनाडु के पर्यटन स्थल}} | + | {{तमिलनाडु के पर्यटन स्थल}}{{तमिलनाडु के धार्मिक स्थल}} |
[[Category:तमिलनाडु]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:तमिलनाडु के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू तीर्थ]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]] | [[Category:तमिलनाडु]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:तमिलनाडु के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू तीर्थ]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:47, 4 अक्टूबर 2016 का अवतरण
जटातीर्थ रामेश्वरम (चेन्नई) के निकट स्थित एक कुंड है। कहा जाता है कि लंका से युद्ध के पश्चात रामचन्द्रजी ने अपने केशों का 'प्रक्षालन'[1] इसी स्थान पर किया था।[2] जटातीर्थ में जटाशंकर शिव का एक मंदिर भी है।
- लंका के राजा रावण के मारे जाने पर जिस जल में श्रीराम ने अपनी जटाएँ धोयी थीं, वही जटातीर्थ कहलाया।
- गंधमादन पर्वत पर स्वयं भगवान शिव ने अज्ञान के नाश हेतु इस तीर्थ को प्रकट किया था।
- व्यास के कहने से शुकदेव यहाँ गये थे। भृगु भी यहाँ आकर अपनी बुद्धि को शुद्ध कर आये थे।[3]
- यहाँ से एक मील दक्षिण की ओर जंगल में देवी काली का अति प्राचीन मंदिर भी है।
|
|
|
|
|