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− | '''अर्थ'''- बहुत अधिक गरमी | + | '''अर्थ'''- बहुत अधिक गरमी पड़ना या प्रचंड लू चलना। |
− | '''प्रयोग'''- जेठ की दुपहरी थी, धरती जल रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह गंगा में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा | + | '''प्रयोग'''- [[जेठ]] की दुपहरी थी,[[धरती]] [[जल]] रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह [[गंगा]] में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा चला जा रहा था । |
10:54, 1 अक्टूबर 2015 का अवतरण
अंगार बरसना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- बहुत अधिक गरमी पड़ना या प्रचंड लू चलना।
प्रयोग- जेठ की दुपहरी थी,धरती जल रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह गंगा में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा चला जा रहा था ।