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1. एक पहिनावा जो घुटनों के नीचे तक लंबा होता है और जिसमें बंद लगे रहते हैं। अंगरखा, चपकन ।
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1. एक पहनावा जो [[घुटना|घुटनों]] के नीचे तक लंबा होता है और जिसमें बंद लगे रहते हैं। अंगरखा, चपकन ।
 
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अंगा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्ग)[1]

1. एक पहनावा जो घुटनों के नीचे तक लंबा होता है और जिसमें बंद लगे रहते हैं। अंगरखा, चपकन ।


अंगा - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्ग)

'अंग'

उदाहरण

"देवी गंगा लहर तुरंगा तुहरे लहर परभू, भीजे आठो अंगा।"[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 08 |
  2. शुक्ल अभिनंदन ग्रंथ, पृ. 138

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