एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

कोटि तीर्थ मथुरा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:21, 16 जून 2010 का अवतरण (Text replace - "{{यमुना के घाट मथुरा}}" to "{{ब्रज के दर्शनीय स्थल}}")
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • यहाँ स्नान करने से मनुष्य कोटि–कोटि गोदान का फल प्राप्त करता है । पास ही में गोकर्ण तीर्थ है ।
  • प्रसिद्ध गोकर्ण ने अपने भाई धुंधुकारी को श्रीमद्भागवत की कथा सुनाकर उसका प्रेमयोनि से उद्धार किया था ।
  • उन्हीं गोकर्ण की भगवद् आराधना का यह स्थल है ।

तत्रैव कोटितीर्थ तु देवानामपि दुर्ल्लभम् ।

तत्र स्नानेन दानेन मम लोके महीयते ।।

चक्रतीर्थं तु विख्यातं माथुरे मम मण्डले ।
यस्तत्र कुरुते स्नानं त्रिरात्रोपोषितो नर: ।

स्नानमात्रेण मनुजो मुख्यते ब्रह्महत्यया ।।


अन्य लिंक