जतीपुरा गोवर्धन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:55, 25 जून 2010 का अवतरण ('{Incomplete}} [[चित्र:Jatipura Temple Entry Gate Govardhan Mathura.jpg|thumb|250px|जतीपुरा मंदिर, प...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

{Incomplete}}

जतीपुरा मंदिर, प्रवेश द्वार, गोवर्धन, मथुरा
Jatipura Temple, Entry Gate, Govardhan, Mathura

यह बल्लभ सम्प्रदाय का प्रमुख केन्द्र है । यहीं गोवर्धन पर श्रीनाथजी का प्राचीन मन्दिर था, जो अब जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है । यहीं अष्टछाप के कवि सूरदास आदि कीर्तन करते थे । श्रीबल्लभाचार्य जी एवं विट्ठलनाथजी की यहाँ बैठकें हैं । बल्लभ सम्प्रदाय के यहाँ अनेक मन्दिर हैं । जतीपुरा का नाम गोपालपुरा था, यहीं श्रीगिर्राज का मुखारबिन्द है । श्याम, ढाक, हरजी कुण्ड, ताजबीबी का चबूतरा, गोविन्द स्वामी की कदम्ब खण्डी, बिलछू कुण्ड जहां लीला स्थल है वहीं बल्लभ सम्प्रदाय भक्तों के ऐतिहासिक स्थान भी है । जतीपुरा से आगे गुलाल कुण्ड, गाठौली, टोड का घना है ।

सम्बंधित लिंक