आनन्द रामायण महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित भगवान श्रीराम की कथाओं से सम्बंधित ग्रंथ है।
- आनन्द रामायण का रचियता महर्षि वाल्मीकि को माना गया है, परन्तु यह ‘अध्यात्मरामायण’ के उपरान्त लिखी गई है, क्योंकि इस पर अध्यात्मरामायण का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है। इसमें 12,252 श्लोक हैं और यह 9 काण्डों में विभक्त है।
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