उच्छेट
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- उच्छेट मधुबनी से 15 मील दूर एक छोटा-सा क़स्बा है।
- स्थानीय लोककथा के अनुसार महाकवि कालिदास को सरस्वती का वरदान इसी स्थान पर प्राप्त हुआ था तथा वे कवि बनने से पूर्व इसी ग्राम के निकट रहते थे।
- दुर्गा का एक प्राचीन मंदिर जिसे कालिदास की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है, उच्छेट में वह मन्दिर आज भी है।
इन्हें भी देखें: लोककथा संग्रहालय, मैसूर
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 87| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार