नादिक
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नादिक बौद्ध धर्म के ग्रंथ 'महापरिनिब्बान सुत्त'[1] के अनुसार वैशाली (बिहार) के एक भाग अथवा उपनगर का नाम था।
- इस नगर में वृष्णि वंशीय क्षत्रियों का निवास स्थान था।
- 'बुद्धचरित'[2] में उल्लेख है कि अंतिम बार पाटलिपुत्र से लौटते समय वैशाली के मार्ग पर जाते हुए महात्मा बुद्ध इस स्थान पर ठहरे थे। उस समय वहाँ अनेक लोगों की मृत्यु हुई थी।
- बुद्ध ने इन मृत लोगों के जन्म कर्म के विषय में अनेक बातें अपने शिष्यों को बताई थीं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 492 |