सूरदास ले बाल-रूप
यशोदा लेकर माखन
अतृप्त ममता का प्यार लिए देवकी
गागर भरकर गोपियाँ
प्रेम रंग में डूबे उधो
गर्व लिए वासुदेव और नन्द
प्रतीक्षित मंद मुस्कान संग राधा
जोगन बनकर मीरा
सब हैं मगन रंग
जन्म लीला करने को आए
कृष्ण बांसुरी संग
बांसुरी की धुन में गाओ सब मिलकर
जनम लियो कृष्ण अवतार लेकर
होगा चमत्कार
आयेंगे इन्द्र मेघ समूह लेकर
यमुना फिर झूमेगी
धरती भी झूमेगी
किसान झूम-झूम गायेंगे
खेत लहलहाएंगे
आए कृष्ण घुटने पर
बादलों का राग लिए
विद्युत - सी शोभा लिए
मुसलाधार बारिश लिए ....