नागा आन्दोलन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • नागा आन्दोलन सामाजिक एकता लाने और प्राचीन धर्म को पुनः जीवित करने के उद्देश्य से किया गया था।
  • एक युवा रोगमई नेता 'जदोनांग' ने एक शक्तिशाली नागा आन्दोलन का गठन किया।
  • इस आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य नागा राज्य की स्थापना करना था।
  • आन्दोलन के परिणामस्वरूप जदोनांग को गिरफ्तार कर लिया गया तथा 29 अगस्त, 1931 ई. को उसे फाँसी दे दी गई।
  • उसके बाद इस आन्दोलन का नेतृत्व 17 वर्षीय नागा महिला 'गौडिनल्यु' ने किया।
  • गौडिनल्यु ने अपने इस नागा आदिवासी आन्दोलन को सविनय अवज्ञा आन्दोलन से जोड़ा।
  • उसने अपने अनुयायियों को उत्पीड़नकारी क़ानूनों को तोड़ने तथा गृहकरों को अदा न करने का आदेश दिया।
  • इस आन्दोलन से महात्मा गांधी का नाम भी जोड़ा गया।
  • जवाहर लाल नेहरू एवं आज़ाद हिन्द फ़ौज ने गौडिनल्यु को 'रानी' की उपाधि देकर सम्मानित किया।
  • गौडिनल्यु ने जदोनांग के धार्मिक विचारों के आधार पर 'होर्का पंथ' की स्थापना की।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख