- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
(1) दीक्षित के लिए, केवल दूध पर ही रहना होता है।[1]
(2) प्रत्येक अमावास्या पर केवल दूध का ही सेवन करना होता है।
- यह व्रत एक वर्ष तक के लिए किया जाता है।
- वर्ष के अन्त में श्राद्ध कर्म, पाँच गायों, वस्त्रों एवं जलपात्रों का दान दिया जाता है।[2]
(3) फाल्गुन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से द्वादशी तक, गोविन्द को प्रसन्न करने के लिए केवल दूध का ही सेवन किया जाता है।[3]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ देखिए शतपथ ब्राह्मण (9|5|1|1);
- ↑ हेमाद्रि (व्रतखण्ड 2, 254, पद्म पुराण से उद्धरण);
- ↑ स्मृतिकौस्तुभ (513-514, भागवत पुराण 8|16|22-62 का उद्धरण)।
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