प्रेम पाय सज्जन नवे दुर्जन जन इतराय, गऊ पाय तृन दूध दे अहि विष उगल्या जाय। अहि विष उगाल्या जाय दूध पाये क्या होवे, चतुर सुसंगत गहे समय मुरख नर खोवे। उदय रवि जब होय हैं लखि शिवदीन प्रकाश, उल्लू को सूझत नहीं, बीते बारहों मास। राम गुण गायरे।।
अशोक चक्रधर · आलोक धन्वा · अनिल जनविजय · उदय प्रकाश · कन्हैयालाल नंदन · कमलेश भट्ट कमल · गोपालदास नीरज · राजेश जोशी · मणि मधुकर · शरद जोशी · प्रसून जोशी · कुमार विश्वास · डॉ. तुलसीराम · रमाशंकर यादव 'विद्रोही' · बागेश्री चक्रधर