रहिमन सुधि सबसे भली -रहीम
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‘रहिमन’ सुधि सबसे भली, लगै जो बारंबार ।
बिछुरे मानुष फिर मिलैं, यहै जान अवतार ॥
- अर्थ
याद कितनी अच्छी होती है, जो बार-बार आती है। बिछूड़े हुए मनुष्यों की याद ही तो प्रभु को वसुधा पर उतारने को विवश कर देती है, भगवान् के अवतार लेने का यही कारण है, यही रहस्य है।
रहीम के दोहे |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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