ललित कला अकादमी पुरस्कार
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हमारे देश भारत में ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला 'ललित कला अकादमी पुरस्कार' एक सम्मान है। इसमें कलाकार को 25000 रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र और एक प्रतीक चिह्न (plaque) दिया जाता है। सन् 1955 में जामिनी रॉय को इसकी पहली मानद उपाधि दी गयी थी।
| वर्ष | कलाकार |
|---|---|
| 1955 | जैमिनी राय |
| 1956 | नन्दलाल बोस |
| 1962 | डी. पी. रॉय चौधरी |
| 1962 | के. वी. वैंकटप्पा |
| 1962 | अकबर पद्मसी |
| 1963 | ओ. सी. गांगुली |
| 1964 | वी. पी. करमारकर |
| 1964 | एस. एल. हलदार |
| 1964 | राय किशन दास |
| 1965 | जी. वैंकटाचलम |
| 1965 | सी. शिवराममूर्ति |
| 1970 | बिनोद बिहारी मुखर्जी |
| 1970 | रवि शंकर रवेल |
| 1972 | अनिल करंजिया |
| 1974 | एन. एस. बेंद्रे |
| 1974 | मुल्क राज आनन्द |
| 1976 | राम किंकर बैज |
| 1976 | कंवल कृष्णा |
| 1976 | के. के. हिब्बार |
| 1976 | के. सी. एस. पन्निकर |
| 1978 | एम.एफ. हुसैन |
| 1978 | धनराज भगत |
| 1980 | बी. सी. सान्याल |
| 1980 | कार्ल जे. खण्डालावाला |
| 1980 | वी. आर. अम्बेरकर |
| 1980 | पी. टी. रेड्डी |
| 1982 | के. एस. कुलकर्णी |
| 1982 | एस. धनपाल |
| 1982 | संखो चौधुरी |
| 1982 | प्रोदोश दासगुप्ता |
| 1982 | एम. एस. रंधावा |
| 1984 | के. एच. आरा |
| 1984 | एस. एच. राजा |
| 1985 | के.जी. सुब्रमन्यन |
| 1985 | के. श्रीनिवासुलु |
| 1986 | शैवाक्स चावड़ा |
| 1986 | परितोष सेन |
| 1987 | मुकुल डे |
| 1987 | स्वेतोस्लाव रोएरीच |
| 1988 | राम गोपाल विजैवार्गीय |
| 1988 | आर. एस. बिष्ट |
| 1990 | बिमल दासगुप्ता |
| 1990 | राधा मोहन |
| 1993 | ए. एस. रमण |
| 1993 | अमर नाथ सहगल |
| 1995 | कपिला वात्स्यायन |
| 1995 | आनंद देव |
| 2002 | ए . रामचंद्रन |
| 2003 | बिकाश भट्टाचार्जी |
| 2004 | केशव मालिक |
| 2007 | जेराम पटेल |
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