विलियम फ़ुलार्टन ईस्ट इंडिया कम्पनी की फ़ौज का एक योग्य अफ़सर था, जिसने द्वितीय मैसूर युद्ध (1779-1784 ई.) में सक्रिय रूप से भाग लिया था। उसकी मृत्यु इंग्लैण्ड में 1808 ई. में हुई।
- फ़ुलार्टन ने नवम्बर 1783 ई. में कोयम्बटूर पर आक्रमण किया और उसे अपने अधिकार में कर लिया।
- वह श्रीरंगपट्टनम पर भी आक्रमण करने की पूरी योजना बना चुका था।
- आक्रमण करने से पूर्व ही मद्रास सरकार ने टीपू सुल्तान के साथ शान्ति स्थापित करने के उद्देश्य से उसे वापस बुला लिया।
- भारत में कम्पनी की सेवा करने के बाद अवकाश लेकर वह इंग्लैंण्ड वापस चला गया।
- इंग्लैंण्ड में उसने 'फ़ेलो ऑफ़ रॉयल सोसाइटी' तथा संसद सदस्य के रूप में सक्रिय जीवन व्यतीत किया।
- उसने 'ए व्यू ऑफ़ इंगलिश इण्टरेस्ट इन इंडिया' (भारत में ब्रिटिश हितों पर एक दृष्टिपात) नामक पुस्तक की रचना की।
- 1808 ई. में विलियम फ़ुलार्टन की मृत्यु हो गई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 258 |