विश्व कप फ़ुटबॉल 1994
विश्व कप फ़ुटबॉल 1994
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विवरण | 'फ़ीफ़ा विश्व कप' का आयोजन 'फ़ीफ़ा' (फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल फ़ुटबॉल एसोसिएशन) द्वारा कराया जाता है। पंद्रहवाँ विश्व कप फ़ुटबॉल वर्ष 1994 में खेला गया था, जिसकी मेज़बानी अमरीका ने की थी। |
वर्ष | 1990 |
तिथि | 17 जून से 17 जुलाई |
कुल देश | 24 |
फ़ाइनल | ब्राज़ील तथा इटली |
कुल मैच | 52 |
कुल गोल | 141 |
दर्शक | 3,587,538 |
अन्य जानकारी | इस विश्व कप का फ़ैसला पेनल्टी शूट आउट के ज़रिए हुआ, जिसमें ब्राज़ील ने मैच 3-2 से जीतकर चौथी बार विश्व कप का ख़िताब जीतने में कामयाब रही। |
अद्यतन | 16:29, 7 अगस्त 2016 (IST)
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विश्व कप फ़ुटबॉल 1994 अथवा फ़ीफ़ा विश्व कप 1994 (अंग्रेज़ी: FIFA World Cup 1994) वर्ष 1994 में विश्व कप की मेज़बानी इटली ने की थी। फ़ीफ़ा ने 1988 में ही यह फ़ैसला कर लिया था कि 1994 का विश्व कप अमरीका में आयोजित होगा। मोरक्को और ब्राज़ील की दावेदारी को ख़ारिज करते हुए अमरीका को मेज़बानी देने के फ़ैसले पर लोगों को अचरज भी हुआ क्योंकि अमरीका में फ़ुटबॉल के प्रति लोगों का उत्साह कम था। इसके बाद भी अमरीका में हुआ विश्व कप का आयोजन सफल माना जाता है। प्रत्येक मैच के लिए औसत 69 हज़ार दर्शक स्टेडियम में जुटे। इस महासंग्राम का आयोजन 17 जून से 17 जुलाई तक हुआ था, जिसमें ब्राज़ील ने इटली को हराकर चौथी बार विश्व का ख़िताब जीतने में कामयाबी हासिल की।[1]
ग्रुप विभाजन
1990 की तरह इस विश्व कप में भी 24 टीमों ने क्वालीफ़ाई किया और चार-चार टीमों के छह ग्रुप में उन्हें बाँटा गया। इस विश्व कप में सभी टीमों ने आक्रमक फ़ुटबॉल का प्रदर्शन किया। फ़ीफ़ा ने टैकल के नियमों में कुछ फेरबदल किया और जीतने वाली टीम को तीन अंक देने का भी फ़ैसला किया गया। इस कारण टीम की अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ियों को आक्रमक खेल दिखाने में और सुविधा हुई। जहाँ ब्राज़ील के खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में अपनी बेहतरीन क्षमता का प्रदर्शन किया, वहीं अर्जेंटीना के डिएगो माराडोना के कारण प्रतियोगिता पर विवाद की छाया भी रही। माराडोना प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाए गए और टूर्नामेंट से निकाल दिए गए और अमरीका के ख़िलाफ़ कोलंबिया के मैच हारने के कारण उसके एक खिलाड़ी की हत्या कर दी गई। कोलंबिया के खिलाड़ी एस्कोबार ने ग़लती से गेंद अपने ही गोलपोस्ट में डाल दी थी। टीम के स्वदेश लौटने पर उनकी हत्या कर दी गई।
क्वार्टर फ़ाइनल
बुल्गारिया ने प्रतियोगिता का सबसे बड़ा उलटफेर किया। उसने क्वार्टर फ़ाइनल में जर्मनी को हराकर उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया। बुल्गारिया के स्ट्वाइचकोव प्रतियोगिता में छह गोल मार कर सबसे ज़्यादा गोल मारने वाले खिलाड़ी बने। इटली की टीम किसी तरह दूसरे दौर में जगह बना पाने में सफल रही। लेकिन रोमारियो और बबेटो जैसे खिलाड़ियों की बदौलत ब्राज़ील की टीम आसानी से क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बनाने में सफल रही। क्वार्टर फ़ाइनल में ब्राज़ील का मुक़ाबला हॉलैंड से था। ब्राज़ील की टीम एक समय 2-0 से आगे थी। लेकिन हॉलैंड ने शानदार वापसी की और स्कोर बराबर कर दिया। लेकिन मैच ख़त्म होने से पहले ब्राज़ील ने अपने पुराने खिलाड़ी ब्रैंको को मैदान में उतारा और उन्होंने शानदार गोल करके अपनी टीम को जीत दिला दी।
सेमी फ़ाइनल
क्वार्टर फ़ाइनल मैच में इटली ने स्पेन को 1-0 से हराकर सेमी फ़ाइनल में जगह बनाई। इटली ने सेमी फ़ाइनल में बुल्गारिया की चुनौती तोड़ी तो ब्राज़ील ने स्वीडन को 1-0 से हराकर फ़ाइनल में जगह बनाई।
फ़ाइनल
फ़ाइनल मैच लगभग 94 हज़ार दर्शकों की मौजूदगी में ब्राज़ील और इटली के बीच हुआ। इटली की टीम ज़रूरत से ज़्यादा रक्षात्मक हो गई और अतिरिक्त समय के बाद भी दोनों टीमें गोल नहीं कर पाईं फिर फ़ैसला पेनल्टी शूट आउट के ज़रिए हुआ। ब्राज़ील ने पेनल्टी शूट आउट में 3-2 से विश्व कप का ख़िताब जीता। ब्राज़ील को चौथी बार विश्व कप का ख़िताब मिला।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विश्व कप फ़ुटबॉल (हिन्दी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 7 अगस्त, 2016।