बेलगांव शहर पश्चिमोत्तर कर्नाटक (भूतपूर्व मैसूर) राज्य, दक्षिण भारत में स्थित है। कहा जाता है कि इस क्षेत्र में पाये जाने वाले बांस पर इसका आरंभिक नाम 'वेणुग्राम' पड़ा था। बेलगांव पश्चिमी घाट में समुद्र तल से 760 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह शहर 12वीं शाताब्दी से अस्तित्व में है। बाद में इससे गोवा और पश्चिमी तट पर जाने वाले पठारी मार्गों पर सामरिक नियंत्रण स्थापित कर लिया गया। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का 39वाँ अधिवेशन, जो 26-27 दिसम्बर, 1924 ई. को बेलगाँव में ही हुआ था, उसकी अध्यक्षता राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने की थी। यह शहर कन्नड़, कोंकणी, मराठी और गोवा की संस्कृति का मेल हैं। शाहपुर और माधवपुर बेलगांव के दो उपनगर हैं।
यातायात और परिवहन
यह रेलमार्ग से उत्तर में पूना और दक्षिण में बंगलौर से जुड़ा है। इसके निकट स्थित सांब्रे में हवाई अड्डा है।
उद्योग और व्यापार
बेलगांव राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक व्यस्त व्यापारिक केंन्द्र है। यह रेलमार्ग से उत्तर में पूना और दक्षिण में बंगलौर से जुड़ा है। यह शहर वस्त्र, चमड़ा, चिकनी मिट्टी, साबुन, मिट्टी के बर्तनों और धातु के बर्तनों के लिये प्रसिद्ध है। शाहपुर सोने व चांदी के काम के लिये विख्यात है।
शिक्षण संस्थान
यहाँ हुबली-धारवाड़ के कर्नाटक विश्वविद्यालय से संबद्ध चिकित्सा, वाणिज्य, विज्ञान, शिक्षा और लॉ कॉलेज स्थित हैं। यह बेलगांव के दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
विवाद
भारत में राज्यों के पुनगर्ठन के दौरान यह शहर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवाद का मुद्दा रहा।
जनसंख्या
बेलगांव की जनसंख्या (2001) 3,99,600 है। और बेलगांव ज़िला की कुल जनसंख्या 42,07,264 है।
पर्यटन
यहाँ एक प्राचीन क़िले के अलावा 16वीं शाताब्दी की मस्जिद और एक जैन मंदिर भी हैं।
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