- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी पर; तिथिव्रत; शिवकृष्णाष्टमी व्रत किया जाता है।
- शिवकृष्णाष्टमी में देवता शिव की पूजा की जाती है।
- एक वर्ष तक प्रत्येक अष्टमी पर शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।
- प्रत्येक मास में शिव के विभिन्न नाम एवं कार्तिक तक विभिन्न पदार्थों का सेवन करनी चाहिए।
- ऐसी मान्यता है कि शिवकृष्णाष्टमी सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भविष्योत्तरपुराण (75|1-30), व्रतप्रकाश (पाण्डुलिपि 141ब-143अ
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