श्रीसैलम बाँध
| |
देश | भारत |
राज्य | आंध्र प्रदेश |
ज़िला | कुरनूल |
निर्माण | इसका निर्माण 1960 से शुरू हुआ और इसने 1981 से कार्य करना शुरू किया। |
नदी | कृष्णा नदी |
ऊँचाई | 145.10 मीटर |
लम्बाई | 512 मीटर |
अन्य जानकारी | बाढ़ के दौरान श्रीसैलम जलाशय बहुत जल्दी भर जाता है और बाढ़ का बाकी पानी नागार्जुन सागर बाँध में बह जाता है जो कि कम ऊंचाई पर स्थित है। |
श्रीसैलम बाँध (अंग्रेज़ी: Srisailam Dam) आंध्र प्रदेश राज्य के प्रसिद्ध शहर श्रीसैलम में स्थित है। इस बाँध का निर्माण कृष्णा नदी पर निर्माण किया गया है और यह श्रीसैलम के मुख्य शहर से कुछ ही किलोमीटर दूर है।
- इस बाँध को नल्लमाला पर्वतों के भीतर एक गहरी खाई के ऊपर बहुत ही रणनीतिक रूप से बनाया गया है।
- श्रीसैलम बाँध को भारत की दूसरी सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना का गौरव प्राप्त है।
- श्रीसैलम बाँध परियोजना को वर्ष 1960 में शुरू किया गया था और इस परियोजना को पूरा करने में 20 साल का समय लग गए। जो योजना एक जल विद्युत परियोजना के रूप में शुरू की गई थी, आगे चलकर एक बहुउद्देशीय सुविधा बन गई, जिसमें 770 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता भी शामिल है।
- आज श्रीसैलम बाँध 2,200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को पानी उपलब्ध कराता है।
- श्रीसैलम जलाशय के अंतर्वा में, भंडारण के लिए बिजली उत्पादन की आवश्यकता नहीं है और इसलिए बड़ी मात्रा में जमा की जाती है।
- बाढ़ के दौरान श्रीसैलम जलाशय बहुत जल्दी भर जाता है और बाढ़ का बाकी पानी नागार्जुन सागर बाँध में बह जाता है जो कि कम ऊंचाई पर स्थित है। बाढ़ के पानी को बिजली उत्पादन के लिए उपयोग नहीं किया जाता।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- भारत के प्रमुख बाँध की जानकारी
- देश की सबसे बड़ी बहुउद्देश्यीय नदी घाटी परियोजना के 53 साल
- पाँच प्रमुख एवम् विशालकाय बाँध
- भारत के प्रमुख बाँध