सालिम अली पक्षी विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास केंद्र
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विवरण | भारत में पक्षी-विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास से सम्बन्धित सूचना, शिक्षा एवं अनुसंधान का राष्ट्रीय केन्द्र है। |
स्थान | कोयंबतुर, तमिलनाडु |
स्थापना | 1990 |
संक्षिप्त नाम | साकोन या 'SACON' |
संबंधित लेख | सालिम अली पक्षी अभयारण्य गोवा |
अन्य जानकारी | आधिकारिक वेबसाइट |
बाहरी कड़ियाँ | इसका नामकरण प्रसिद्ध पक्षी-विज्ञानी सालिम अली के नाम पर किया गया है। |
सालिम अली पक्षी-विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास केंद्र (अंग्रेज़ी: Sálim Ali Centre for Ornithology and Natural History संक्षिप्त नाम: साकोन या 'SACON') भारत में पक्षी-विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास से सम्बन्धित सूचना, शिक्षा एवं अनुसंधान का राष्ट्रीय केन्द्र है। इसका नामकरण प्रसिद्ध पक्षी-विज्ञानी सालिम अली के नाम पर किया गया है। यह तमिलनाडु के कोयम्बतूर नगर में स्थित है।
स्थापना
सुख्यात पक्षी विज्ञानी डॉ. सालिम अली की स्मृति में आनैकट्टी कोयंबत्तूर में 1990 में स्थापित यह केंद्र पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त केंद्र है। पक्षियों को केंद्रीय विषय बनाकर शोध, शिक्षा एवं जन सहभागिता द्वारा भारत के जैव-वैविद्य के संरक्षण तथा उसके उपयोग में मदद करना इस संस्था का संकल्पभाव है। हरियाली से भरी घाटियों के बीच स्थित यह केंद्र मनमोहक प्राकृतिक संपदा से सुशोभित है। चूँकि यह भारत सरकार की संस्था है और इसका एक राष्ट्रीय महत्व भी है, इसमें राजभाषा हिंदी का प्रयोग, प्रचार-प्रसार का अपना महत्व है।
शोधाध्यन
इस केंद्र में शोधाध्यन के लिए कई छात्र आते रहते हैं। उन सबका शोध मुख्यतः संबद्ध वैज्ञानिक विषयों पर ही केंद्रित होता है। हिंदी प्रदेश के किसी विश्वविद्यालय के विज्ञान विषय के शोधार्थी इस केंद्र में पधार कर उपयुक्त शब्दावलियों पर भी शोध-कार्य करें तो इस केंद्र द्वारा समय समय पर प्रकाशित होने वाले वैज्ञानिक शोध-परिणामों को हिंदी में भी प्रकाशित करने में सुविधा हो सकती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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