अंजुम चोपड़ा
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व्यक्तिगत परिचय
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पूरा नाम | अंजुम चोपड़ा | ||
जन्म | 20 मई, 1977 | ||
जन्म भूमि | नई दिल्ली | ||
खेल परिचय
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बल्लेबाज़ी शैली | बाँए हाथ से | ||
गेंदबाज़ी शैली | दाँए मध्यम तेज | ||
टीम | भारत | ||
भूमिका | बल्लेबाज़ | ||
पहला टेस्ट | 17 नवम्बर 1995 बनाम इंग्लैण्ड | ||
आख़िरी टेस्ट | 29 अगस्त 2006 बनाम इंग्लैण्ड | ||
पहला वनडे | 12 फरवरी 1995 बनाम न्यूज़ीलैण्ड | ||
आख़िरी वनडे | 16 मार्च 2012 बनाम ऑस्ट्रेलिया | ||
कैरियर आँकड़े
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प्रारूप | टेस्ट क्रिकेट | एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय | टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय |
मुक़ाबले | 12 | 127 | 18 |
बनाये गये रन | 548 | 2856 | 241 |
बल्लेबाज़ी औसत | 30.44 | 31.38 | 17.21 |
100/50 | 0/4 | 1/18 | 0/0 |
सर्वोच्च स्कोर | 98 | 100 | 37* |
फेंकी गई गेंदें | 258 | 601 | - |
विकेट | 2 | 9 | - |
गेंदबाज़ी औसत | 44.00 | 46.00 | - |
पारी में 5 विकेट | - | 0 | - |
मुक़ाबले में 10 विकेट | - | - | - |
सर्वोच्च गेंदबाज़ी | 1/9 | 2/9 | - |
कैच/स्टम्पिंग | 13/- | 33/- | 3/- |
अंजुम चोपड़ा (अंग्रेज़ी: Anjum Chopra, जन्म- 20 मई, 1977) भारत की राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान हैं। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इतना ही नहीं वनडे मैच में 1000 रन बनाने वाली अंजुम चोपड़ा पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। अंजुम चोपड़ा ने 17 साल की उम्र में किया डेब्यू था।
परिचय
अंजुम चोपड़ा भारत की फेमस पूर्व क्रिकेटर रही हैं। वह एक बेहतरीन कमेंटेटर भी हैं। 20 मई, 1977 को जन्मी अंजुम ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनके नाम कुछ रिकॉर्ड्स भी दर्ज हैंं। वह आज की महिला क्रिकेटरों और युवा लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं। अंजुम को क्रिकेट का शौक बचपन से ही था। उस समय लड़कियों को क्रिकेट खेलने की आजादी नहीं थी। उस वक्त क्रिकेट को लड़कों का ही खेल माना जाता था। इसके बावजूद अंजुम ने मात्र 9 साल की उम्र में क्रिकेट ग्राउंड पर कदम रखा और इसके बाद फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
परिवार में कई खिलाड़ी
अंजुम चोपड़ा ने छोटी उम्र में ही कई खेलों में हिस्सा लिया। स्कूल और कॉलेज के दौरान अंजुम ने एथलेटिक्स, बास्केटबॉल और स्विमिंग जैसे खेलों में हिस्सा लिया। अंजुम दिल्ली स्टेट बास्केटबॉल टीम की सदस्य भी रह चुकी हैं। उनका परिवार खिलाड़ियों से भरा हुआ है। अंजुम के पिता कृष्ण बाल चोपड़ा एक फेमस गोल्फर हैं। वहीं उनकी माता पूनम चोपड़ा भी गुडइयर कार रैली जीत चुकी हैं। अंजुम के भाई निरवान चोपड़ा भी क्रिकेटर हैं।
कॅरियर
अंजुम चोपड़ा ने मात्र 17 साल की उम्र में पहला इंटरनेशनल वनडे मैच खेला था। उन्होंने अपना डेब्यू मैच फ़रवरी 1995 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। अंजुम ने भारत के लिए अपनी दूसरी सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया। इसके लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' के खिताब से नवाजा गया। वर्ष 2002 में अंजुम को भारतीय महिला टीम का कप्तान बनाया गया। अंजुम की कप्तानी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीती थी।
अंजुम चोपड़ा पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 100 वनडे मैच खेले। इसके साथ ही उन्होंने भारत के लिए चार वर्ल्ड कप खेले थे। अंजुम सिर्फ कमाल की बल्लेबाजी ही नहीं करतीं बल्कि शानदार गेंदबाजी भी करती हैं। वह बाएं हाथ से बल्लेबाज करती है और दाएं हाथ से मीडियम फास्ट बॉलिंग करती हैं। अंजुम चोपड़ा ने 12 टेस्ट, 127 वनडे और 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने वनडे में एक सेंचुरी और 18 हाफ सेंचुरी लगाई है।
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