बंगीय साहित्य परिषद (अंग्रेज़ी: Bangiya Sahitya Parishad) बंगाल की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था है। सन 1893 में इसकी स्थापना 23 जुलाई को 'बेंगाल एकेडेमि ऑफ लिटरेचर' नाम से हुई थी।
- सन 1901 में इसका नाम बदलकर 'बंगीय साहित्य परिषद' कर दिया गया।
- विभिन्न उपायों द्वारा बांग्ला भाषा व बांग्ला साहित्य का अनुशीलन एवं उन्नति साधन ही बंगीय साहित्य परिषद का उदे्दश्य है।
- दुष्प्राप्य बांग्ला ग्रन्थ, साहित्य तथा गबेषणा नियमित पुस्तकाकार प्रकाशित करना इस परिषद का अन्यतम कार्यक्रम है।
- बंगीय साहित्य परिषद द्वारा प्रकाशित ग्रन्थों में योगेशचन्द्र राय बिद्यानिधि का बांग्ला शब्दकोष, श्रीकृष्णकीर्तन, साहित्यसाधक चरितमाला तथा भारतकोष बिशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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