इम्फाल युद्ध (अंग्रेज़ी: Battle of Imphal) मार्च 1944 से जून 1944 तक इम्फाल (मणिपुर) के आसपास जापानी सेना एवं मित्र देशों की सेनाओं के बीच लड़ा गया था। जापानी सेना की कोशिश थी कि मित्र सेना को इम्फाल में हराते हुए भारत (ब्रिटिश भारत) पर आक्रमण करना, किन्तु जापानी सेना को बहुत क्षति उठानी पड़ी और बर्मा में पीछे लौटना पड़ा।
- इम्फाल युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ। यह युद्ध जापानी आक्रांताओं और ब्रिटिश भारत के मध्य लड़ा गया था।
- इस युद्ध को इम्फाल के समीप 'मेबम लोकपा चिंग' जिसे 'लाल घाटी' भी कहा जाता है, में लड़ा गया था।
- सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी के साथ लगभग 70,000 जापानी सैनिक मार्च से जून 1944 तक इम्फाल और कोहिमा के आस-पास के क्षेत्रों में ब्रिटिश नेतृत्व वाली मित्र सेना के साथ लड़ाई में शहीद हुए। इस दौरान आखिरी लड़ाई रेड हिल पर लड़ी गई थी।[1]
- वर्ष 1994 में इस युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर जापानी युद्ध स्मारक बनाया गया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ इम्फाल युद्ध की 75वीं वर्षगांठ (हिंदी) drishtiias.com। अभिगमन तिथि: 12 अक्टूबर, 2021।