बी. जे. दीवान
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पूरा नाम | बिपिनचंद्र जीवनलाल दीवान |
जन्म | 20 अगस्त, 1919 |
मृत्यु | 12 मार्च, 2012 |
मृत्यु स्थान | अहमदाबाद, गुजरात |
नागरिकता | भारतीय |
पद | कार्यवाहक राज्यपाल, आंध्र प्रदेश- 17 फ़रवरी 1977 से 5 मई 1977 तक मुख्य न्यायाधीश, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय- 1976-1977 |
अन्य जानकारी | जयपुर महाराज के संपत्ति बटवारे में सर्वोच्च न्यायालय ने बी. जे. दीवान की बतौर मार्गदर्शक व प्रशासक नियुक्ति की थी। |
बिपिनचंद्र जीवनलाल दीवान (अंग्रेज़ी: Bipinchandra Jivanlal Divan, जन्म- 20 अगस्त, 1919; मृत्यु- 12 मार्च, 2012) गुजरात और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश और आंध्र प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल थे।
- बी. जे. दीवान ने 11 साल की उम्र में दांडी मार्च में हिस्सा लिया था।
- अहमदाबाद में दीवान वल्लूभाई स्कूल की स्थापना के चलते उन्हें शिक्षाविद् की पहचान मिली थी।
- साल 1919 में 20 अगस्त को जन्मे बी. जे. दीवान जुलाई 1973 में गुजरात हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बने।
- जुलाई 1976 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद पर उन्होंने सेवाएँ दीं।
- इसके बाद बी. जे. दीवान 17 फ़रवरी 1977 से 5 मई 1977 तक आंध्र प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल भी रहे।
- आपात काल के दौरान जजों के तबादले किए गए थे। बी. जे. दीवान का शुरुआत में ही तबादला हुआ। जयपुर महाराज के संपत्ति बटवारे में सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी बतौर मार्गदर्शक व प्रशासक नियुक्ति की थी।[1]
- ‘नन्हें दांडी यात्री’ व गुजरात-आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे बी.जे. दीवान का निधन 12 मार्च, 2012 को हुआ। वे 93 साल के थे। कुछ समय से वह बीमार चल रहे थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ‘नन्हे दांडी यात्री’ बीजे दीवान का निधन (हिंदी) bhaskar.com। अभिगमन तिथि: 18 जून, 2021।