दमन और दीव
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राजधानी | दमन |
राजभाषा(एँ) | गुजराती भाषा, मराठी भाषा, हिन्दी भाषा, अंग्रेज़ी भाषा |
स्थापना | 30 मई, 1987 |
जनसंख्या | 2,42,911 |
· घनत्व | 2400 /वर्ग किमी |
क्षेत्रफल | 102 वर्ग किमी |
भौगोलिक निर्देशांक | 20.42°N 72.83°E |
ज़िले | 2 |
सबसे बड़ा नगर | दमन |
मुख्य ऐतिहासिक स्थल | मोती दमन, नानी दमन, बॉम जीजस गिरजाघर |
मुख्य पर्यटन स्थल | देवका तट, जैमपोरे तट |
प्रशासक | प्रफुल खोदा पटेल[1] |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 17:13, 30 जनवरी 2016 (IST)
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दमन और दीव मुंबई के पास अरब सागर में स्थित द्वीप समूह हैं जो भारत का केन्द्र शासित राज्य है। इसका कुल क्षेत्रफल 112 वर्ग किमी है और जनसंख्या 158,204 है (2001 की जनगणना के अनुसार) है। दमन और दीव के संघ राज्य की राजधानी दमन उत्तरी अक्षांश के 20 डिग्री 22’00” से 20 डिग्री 27’25” और पूर्वी देशांतर के 72 डिग्री 49’42” से 72 डिग्री 54’43” के बीच अवस्थित है। इसकी पूर्वी सीमा पर गुजरात है; पश्चिम की ओर अरब सागर; उत्तर में कोलक नदी तथा दक्षिण में कलाई नदी है। इसको, मुम्बई जो कि इससे लगभग 193 कि.मी. की दूरी पर है, के अति निकट अपनी अवस्थिति का लाभ भी प्राप्त है।
दीव एक छोटा सा द्वीप है जो कि गुजरात के वेरावल बंदरगाह के निकट काठियावाड़ के समुन्द्र तट से थोड़ा सा दूर अवस्थित है और इसकी तटीय लंबाई 21 किमी है। यह दमन से लगभग 768 किमी की दूरी पर है। इसकी उत्तरी सीमाएं जूनागढ़ और अमरेली ज़िला के साथ मिलती हैं और इसके तीन ओर अरब सागर है। दीव का मुख्य भूमि के साथ संबंध दो पुलों के माध्यम से है। मुख्य भाषा गुजराती है। यह पूर्व में गुजरात राज्य से तथा पश्चिम में अरब सागर से जुड़ा है। इसके उत्तर में 'कोलाक' तथा दक्षिण में 'कलाई' नदी है। दमन का पड़ोसी ज़िला गुजरात का वलसाड ज़िला है। दीव भारत का एक ऐसा द्वीप है, जो दो पुलों के द्वारा जुड़ा है। दीव गुजरात के जूनागढ़ ज़िले से जुड़ा है। ये बहुत छोटे-छोटे द्वीप हैं, परंतु इनकी प्राकृतिक सुंदरता, विविध संस्कृतियों का मेल व सुंदर समुद्र तटों ने इन्हें असीम ख़ूबसूरती से नवाजा है। इनकी प्राकृतिक सुंदरता, विविध संस्कृतियों का मेल व सुंदर समुद्र तटों ने इन्हें अपार ख़ूबसूरती दी है।
इतिहास और भूगोल
दमन और दीव तथा गोवा देश की आज़ादी के बाद भी पुर्तग़ाल की अधीनता में रहे। सन् 1961 में इन्हें भारत का अभिन्न भाग बना दिया गया। 30 मई, 1987 को गोवा को राज्य का दर्जा देने के बाद दमन और दीव को केंद्रशासित प्रदेश बनाया दिया गया। दमन मुंबई से लगभग 193 किमी दूर है। यह पूर्व में गुजरात, पश्चिम में अरब सागर उत्तर में कोलक नदी तथा दक्षिण में कलाई नदी से घिरा है। गुजरात का वलसाड़, दमन का पड़ोसी ज़िला है। दीव दो पुलों से जुड़ा हुआ द्वीप है। दीव का पड़ोसी ज़िला गुजरात का जूनागढ़ है। दमन दो भागों में 'मोती दमन' और 'नानी दमन' में विभाजित है। इन दोनों भागों को विभक्त करने वाली नदी दमनगंगा नदी है।
कृषि और सिंचाई
2000-01 की कृषि गणना के अनुसार दमन और दीव का कुल सिंचित क्षेत्र 393.93 हेक्टेयर है और असिंचित क्षेत्र 3304.73 हेक्टेयर है। यहाँ की महत्वपूर्ण फ़सलें धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मूँगफली, दालें, सेम, गेहूँ, चीकू, सपोता, आम, केला, नारियल और गन्ना हैं। इस क्षेत्र में कोई बड़ा जंगल नहीं है।
उद्योग और बिजली
दमन और दीव में 2930 मध्यम या लघु उद्योग इकाइयां हैं। दमन में 'ओमनीबस औद्योगिक विकास निगम' द्वारा दो औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया गया है। दाभेल, भीमपोर, काचीगाम और कदाइयां दूसरे औद्योगिक क्षेत्र है। सभी गांवों में बिजली पहुंच गई है। दमन और दीव को पश्चिमी क्षेत्र के केंद्रीय बिजलीघरों से पर्याप्त बिजली मिल रही है।
परिवहन
- दमन और दीव में सड़कों की कुल लंबाई क्रमश: 191 कि.मी. और 78 कि.मी. है।
- दमन और दीव रेल मार्ग से नहीं जुड़े हुए हैं। दमन का निकटतम रेलवे स्टेशन वापी है जो पश्चिम रेलवे के मुंबई- दिल्ली मार्ग पर है। दीव का समीपवर्ती रेलवे स्टेशन मीटर गेज लाइन पर स्थित दलवाडा है।
- दमन और दीव दोनों में ही हवाई अड्डे हैं। दीव विमान सेवा से जुड़ा हुआ है तथा मुंबई से दीव तक की नियमित विमान सेवा उपलब्ध है।
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पर्यटन स्थल
दमन के प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं: बॉम जीजस गिरजाघर, अवर लेडी ऑफ सी गिरजाघर, अवर लेडी ऑफ रेमेडियोज गिरजाघर, मोती दमन और नानी दमन के क़िले, जैमपोरे और देवका तट, नानी दमन और मोती दमन जेट्टी में सार्वजनिक उद्यान, परगोला गार्डन, मोती दमन, एम्यूजमेंट कार्क, देवका, दमनगंगा टूरिस्ट कॉम्पलेक्स, काचिगाम, सत्य सागर उद्योन, मिरासोल गार्डन, मिरासोल वाटर पार्क और दीव में सेंट पॉल चर्च, दीव फोर्ट और पानीकोटा फोर्ट, नागोआ और चक्रतीर्थ तथा घोघला और समर हाउस चिल्ड्रन पार्क आदि मुख्य पर्यटन स्थल हैं।
दमन दो भागों में 'मोती दमन' और 'नानी दमन' में विभाजित है। इन दोनों भागों को विभक्त करने वाली नदी दमनगंगा नदी है। मोती दमन में कई पुराने चर्च हैं, जिनमें प्रमुख चर्च 'बॉम जीजस गिरजाघर' है।
तट
दमन की ज़मीन को छूते अरब सागर ने दमन को अप्रतिम प्राकृतिक सुंदरता व हरियाली प्रदान की है। दमन और दीव के तट:-
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वीथिका
टीका-टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ लेफ्टीनेंट गवर्नर तथा प्रशासक (हिंदी) भारत की आधिकारिक वेबसाइट। अभिगमन तिथि: 15 मार्च, 2017।
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