राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद
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विवरण | 'राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद' भारत का एक स्वायत्त संगठन है। यह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत काम करता है। |
स्थापना | 1958 |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
संबंधित लेख | राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस |
अन्य जानकारी | एनपीसी के 13 क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख राज्यों की राजधानियों/औद्योगिक केंद्रों में स्थित हैं तथा इसके 140 पूर्णकालिक परामर्शदाता हैं। |
अद्यतन | 13:46, 19 फ़रवरी 2022 (IST)
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राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (अंग्रेज़ी: National Productivity Council) सन 1958 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है। यह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत काम करता है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस (एनपीसी) के गठन का जश्न मनाता है। यह भारत की उत्पादकता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित राष्ट्रीय संस्था है। एनपीसी को 1860 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम XXI के तहत पंजीकृत किया गया है। यह टोक्यो स्थित 'एशियाई उत्पादकता संगठन' का एक घटक है, जो एक अंतर-सरकारी निकाय है। भारत एपीओ का संस्थापक सदस्य है। एनपीसी न केवल एक समाधान प्रदान करता है बल्कि उत्पादकता, लाभ, प्रतिस्पर्धात्मकता भी बढ़ाता है, बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करता है और सुरक्षा बढ़ाता है।
स्थापना व कार्य
भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में उत्पादकता को प्रोत्साहन देने के लिये 'औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग' के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन एनपीसी राष्ट्रीय स्तर का एक स्वायत्त संगठन है।
- भारत सरकार ने वर्ष 1958 में एक पंजीकृत सोसाइटी के तौर पर इसकी स्थापना की थी। यह एक बहुपक्षीय, गैर-लाभकारी संगठन है।
- इसके अलावा एनपीसी सरकार की उत्पादकता संवर्द्धन योजनाओं को भी कार्यान्वित करता है।
- टोक्यो आधारित एशियन प्रोडक्टिविटी आर्गेनाईज़ेशन एक अंतर-सरकारी निकाय है, जिसका भारत एक संस्थापक सदस्य है। एपीओ के एक घटक के रुप में एनपीसी इसके कार्यक्रमों को भी कार्यान्वित करता है।[1]
- एनपीसी अपने ग्राहक संगठनों के साथ मिलकर कार्य करता है जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि हो सके, प्रतिस्पर्द्धात्मकता बढ़े, लाभांश में वृद्धि हो, सुरक्षा तथा विश्वसनीयता कायम की जा सके और बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
- परिषद का प्रयास अपने हितधारकों के समग्र विकास के लिये आर्थिक, पर्यावरण तथा सामाजिक मूल्यों को सुधारते हुए समग्र रूप से उत्पादकता को प्रोत्साहित करना है।
संगठन
- केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री एनपीसी के प्रधान हैं और डीआईपीपी के सचिव इसके अध्यक्ष हैं।
- नई दिल्ली में मुख्यालय के साथ ही एनपीसी के 13 क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख राज्यों की राजधानियों/औद्योगिक केंद्रों में स्थित हैं तथा इसके 140 पूर्णकालिक परामर्शदाता हैं।
- इसके अतिरिक्त परियोजनाओं की आवश्यकता के आधार पर बाहर के विशेषज्ञों और संकायों की सेवाएँ भी ली जाती हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (हिंदी) drishtiias.com। अभिगमन तिथि: 19 फ़रवरी, 2022।