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*हेमाद्रि<ref>हेमाद्रि व्रतखण्ड 1, 47,</ref> व [[भविष्य पुराण]] के अनुसार इन्हें "पंचभंग" भी कहा गया है। | *हेमाद्रि<ref>हेमाद्रि व्रतखण्ड 1, 47,</ref> व [[भविष्य पुराण]] के अनुसार इन्हें "पंचभंग" भी कहा गया है। | ||
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12:14, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- पाँच शुभ पल्लव हैं–आम्र, अश्वत्थ, वट, प्लक्ष एवं उदुम्बर।[1]
- हेमाद्रि[2] व भविष्य पुराण के अनुसार इन्हें "पंचभंग" भी कहा गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
अन्य संबंधित लिंक
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