"लक्ष्मी व्रत": अवतरणों में अंतर
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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में | *[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है। | ||
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*लक्ष्मीव्रत एक वर्ष; अन्त में स्वर्णिम [[कमल]] एवं एक [[गाय]] का दान दिया जाता है। | *लक्ष्मीव्रत एक वर्ष; अन्त में स्वर्णिम [[कमल]] एवं एक [[गाय]] का दान दिया जाता है। | ||
*ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक जीवन में धन लाभ एवं [[विष्णु]] लोक की प्राप्ति होती है। <ref>हेमाद्रि (व्रत खण्ड 1, 568, यमपुराण से उद्धरण | *ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक जीवन में धन लाभ एवं [[विष्णु]] लोक की प्राप्ति होती है। <ref>हेमाद्रि (व्रत खण्ड 1, 568, यमपुराण से उद्धरण</ref> | ||
*स्नान एवं कमल में [[लक्ष्मी]] पूजा की जाती है। | *स्नान एवं कमल में [[लक्ष्मी]] पूजा की जाती है। | ||
*पंचमी को श्री के लिए लिखित स्तोत्र से कमलार्पण किया जाता है। | *पंचमी को श्री के लिए लिखित स्तोत्र से कमलार्पण किया जाता है। | ||
*पंचमी को [[स्वर्ण]] का दान; एक वर्ष तक करना चाहिए। <ref>विष्णुधर्मोत्तरपुराण (3|154|1-15) से उद्धरण</ref> | *पंचमी को [[स्वर्ण]] का दान; एक वर्ष तक करना चाहिए। <ref>विष्णुधर्मोत्तरपुराण (3|154|1-15) से उद्धरण</ref> | ||
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12:48, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- लक्ष्मीव्रत को प्रत्येक पंचमी पर उपवास एवं लक्ष्मी पूजा की जाती है।
- लक्ष्मीव्रत एक वर्ष; अन्त में स्वर्णिम कमल एवं एक गाय का दान दिया जाता है।
- ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक जीवन में धन लाभ एवं विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। [1]
- स्नान एवं कमल में लक्ष्मी पूजा की जाती है।
- पंचमी को श्री के लिए लिखित स्तोत्र से कमलार्पण किया जाता है।
- पंचमी को स्वर्ण का दान; एक वर्ष तक करना चाहिए। [2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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