"दुर्वाचकयोग कला": अवतरणों में अंतर
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10:21, 13 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। ऐसे श्लोक आदि पढ़ना, जिनका अर्थ और उच्चारण दोनों कठिन हों यह भी एक कला है।